Move to Jagran APP

हरियाणा में मेडिकल कॉलेजों के लिए संतों की 'कृपा' और उद्योगपतियों की चाह

हरियाणा सरकार राज्‍य के हर जिले में म‍ेडिकल कॉलेज खोलना चाहती है। इसके लिए उसकी धर्मगुरुओं और उद्योपतियों पर निगाह है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 30 Apr 2018 10:47 AM (IST)Updated: Wed, 02 May 2018 08:40 PM (IST)
हरियाणा में मेडिकल कॉलेजों के लिए संतों की 'कृपा' और उद्योगपतियों की चाह
हरियाणा में मेडिकल कॉलेजों के लिए संतों की 'कृपा' और उद्योगपतियों की चाह

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में मेडिकल कॉलेज खोलने क‍े लिए सरकार को संतों की 'कृपा' और उद्योगपतियों के सहयोग की दरकार है। हरियाणा सरकार राज्य के हर जिले में कम से कम एक मेडिकल कॉलेज खोलने और सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने की दिशा में कदम बढ़ा रही है। पहले चरण में उन जिलों में मेडिकल कॉलेज बनेंगे, जहां एक भी सरकारी या प्राइवेट मेडिकल कॉलेज नहीं हैं। इसके लिए सरकार की निगाह धर्मगुरुओं, धार्मिक संस्थाओं और उद्योगपतियों पर टिकी है। सरकार इसमें उनका सहयोग लेना चाहती है। 

loksabha election banner

रुकी हुई फाइलों के क्लीयरेंस में तेजी ला रही सरकार, पहले चरण में बिना कॉलेज वाले जिलों पर फोकस

राज्य के सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी को दूर करने के लिए उनकी भर्ती हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के दायरे से बाहर निकाली जाएगी। इसके लिए सरकार और आयोग के बीच संवाद की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हर जिले में मेडिकल कॉलेज के निर्माण में सहयोग के लिए सरकार ने सामाजिक संस्थाओं, बड़े धर्म गुरुओं और उद्योगपतियों को आमंत्रित दिया है।

शिरोमणि सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) को शाहबाद में मीरी-पीरी मेडिकल कॉलेज बनाने के लिए तमाम स्वीकृतियां और क्लीयरेंस प्रदान कर दी गई हैं। पिछली हुड्डा सरकार के कार्यकाल से यह प्रोजेक्ट बिना क्लीयरेंस के लटका हुआ था। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने मीरी-पीरी मेडिकल कॉलेज के निर्माण में व्यक्तिगत रुचि ली है।

डेरा सच्चा सौदा सिरसा ने भी सिरसा में मेडिकल कॉलेज बनाने को हामी भरी थी, लेकिन डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम के जेल जाने और पंचकूला हिंसा के बाद यह प्रोजेक्ट खटाई में पड़ गया है। दिल्ली के अग्रवाल समाज के लोगों ने बहादुरगढ़ और झज्जर के बॉर्डर पर मेडिकल कॉलेज अपने खर्चे पर बनाने का भरोसा सरकार को दिलाया है। स्वास्थ्य मंत्री ने मेडिकल कॉलेज निर्माण के लिए डेरा व्यास के प्रमुख को भी पत्र लिखा था। डेरा व्यास प्रमुख ने सरकार के इस प्रयास की सराहना की है, लेकिन साथ ही इस कार्य को डेरे के एजेंडे से अलग बताते हुए हाथ जोड़ लिए हैं।

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के अनुसार नारनौल के कोरियावास, जींद, भिवानी, करनाल, कुरुक्षेत्र और पंचकूला में बड़े मेडिकल संस्थान बनाने की दिशा में सरकार बड़ी तेजी के साथ आगे बढ़ रही है। पिछले दिनों 884 डॉक्टरों की भर्ती की गई थी। इनमें से अधिकतर ज्वाइन कर रहे हैं। वेटिंग में शामिल डॉक्टरों का इंतजार किया जा रहा है। एक समय सीमा पूरी होने के बाद राज्य के सभी चिकित्सा संस्थानों में रिपोर्ट तैयार कर खाली पदों का ब्योरा जुटाया जाएगा, ताकि नए सिरे से भर्ती प्रक्रिया को अंजाम दिया जा सके।

अगले शिक्षा सत्र से परीक्षाएं लेगी हरियाणा नर्सिंग काउंसिल

हरियाणा में लंबे अरसे के बाद नर्सिंग काउंसिल का गठन किया जा चुका है। वर्ष 2018-19 के शिक्षा सत्र की होने वाली परीक्षाएं काउंसिल की देखरेख में ही होंगी। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के अनुसार अभी तक नर्सिंग कालेजों में दाखिले, सीटों, परीक्षाओं और उनके रिजल्ट का कोई सिस्टम नहीं था, लेकिन अब अगले सत्र से सब कुछ व्यवस्थित हो जाएगा।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2015-16,  2016-17 और 2017-18 की नर्सिंग की काफी परीक्षाएं बाकी थी, जिन्हें पीजीआइ रोहतक के परीक्षा बोर्ड के अधीन संपन्न कराने के निर्देश दिए गए हैं। 2018-19 की परीक्षाएं नर्सिंग काउंसिल लेगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.