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हरियाणा में किसानों के समर्थन में प्रदर्शन करेंगे कर्मचारी, टिकरी व सिंघु बार्डर पर लगाएंगे लंगर

हरियाणा का कर्मचारी संघ किसानों के समर्थन में उतर आया है। सर्व कर्मचारी संघ किसानों के समर्थन में तीन दिसंबर को प्रदेशभर में प्रदर्शन करेगा। साथ ही किसानों के लिए मेडिकल कैंप व लंगर का आयोजन भी किया जाएगा।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Mon, 30 Nov 2020 07:39 PM (IST)Updated: Mon, 30 Nov 2020 07:39 PM (IST)
किसानों के आंदोलन का समर्थन करेंगे हरियाणा के कर्मचारी। सांकेतिक फोटो

जेएनएन, चंडीगढ़। केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनरत किसानों के समर्थन में सर्व कर्मचारी संघ तीन दिसंबर को पूरे प्रदेश में प्रदर्शन करेगा। साथ ही टिकरी व सिंघु बार्डर पर डेरा जमाए बैठे किसानों के लिए सीटू और किसान सभा के सहयोग से मेडिकल कैंप और लंगर लगाए जाएंगे।

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सर्व कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुभाष लांबा की अध्यक्षता में सोमवार को वीडियो कान्फेंसिंग के जरिये आयोजित राज्य कार्यकारिणी की बैठक में यह निर्णय लिया गया। इससे पहले, संघ के एक शिष्टमंडल ने राज्य उप महासचिव सबिता मलिक के नेतृत्व में टिकरी बार्डर का दौरा कर किसानों से बातचीत भी की।

कृषि कानूनों पर जमकर राजनीति हो रही है। पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि किसानों पर वाटर कैनन और आंसू गैस का इस्तेमाल अमानवीय है। बिना देरी किए किसानों की मांगों को पूरा कर न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी दी जाए। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हरियाणा में आकर किसानों की दुर्गति देखें। बिना शर्त किसानों से बातचीत कर कृषि विरोधी काले कानून को वापस लिया जाए।

वहीं, गृह मंत्री अनिल विज ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि अब यह डेड लाक खत्म होना चाहिए क्योंकि धरती पुत्र खेत में काम करता हुआ ही अच्छा लगता है। किसानों को वार्ता के लिए आगे आना चाहिए और इसे आत्म सम्मान का मुद्दा नहीं बनाना चाहिए।

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