कोरोना से जंग में कर्मचारियों ने झोंका तन-मन-धन,160 ने दान की पूरी सेलेरी, 600 बने स्वयंसेवी
हरियाणा में कोरोना के खिलाफ जंग में राज्य के सरकारी कर्मचारी तन मन धन से योगदान दे रहे हैं। अब तक 160 कर्मचारियों ने कोरोना राहत कोष में अपनी पूरी सेलेरी दान की है।
चंडीगढ़, [सुधीर तंवर]। काेराेना महामारी के खिलाफ जंग में सरकारी कर्मचारी असली योद्धा साबित हो रहे। आधा दर्जन महकमों के हजारों कर्मचारी सीधे अग्रिम मोर्चे पर रहकर महामारी से लड़ रहे तो जरूरतमंदों की मदद के लिए गठित कोरोना रिलीफ फंड में दान देने में भी उत्साह कम नहीं हैं। 160 से अधिक कर्मचारियों ने तो अपनी मार्च की पूरी सैलरी राहत कोष में जमा कराई है। इनमें प्रथम श्रेणी अधिकारियों से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शामिल हैं।
एक लाख 95 हजार से अधिक कर्मचारियों ने कोरोना रिलीफ फंड में दिये 72 करोड़
करीब एक लाख 95 हजार से अधिक कर्मचारी 72 करोड़ रुपये जमा करा चुके हैं। यही रफ्तार रही तो करीब 100 करोड़ रुपये कर्मचारियों की ओर से इस फंड में जमा कराए जाएंगे। प्रदेश में 92 विभागों में कुल दो लाख 80 हजार 585 कर्मचारी हैं। हालांकि अभी करीब 85 हजार कर्मचारियों ने पोर्टल पर ऑप्शन नहीं दिया है कि वह कितना दान देंगे। प्रदेश सरकार ने साफ कर दिया है कि चाहे कोई कर्मचारी दान करें या नहीं, उन्हें पोर्टल पर एंट्री करनी पड़ेगी। वह चाहें तो अगले महीने की सैलरी से भी दान दे सकते हैं।
खास बात यह है कि दान करने वालों में शिक्षा विभाग के कर्मचारी सबसे ज्यादा हैं। सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान सुभाष लांबा कहते हैं कि बड़ी संख्या में कर्मचारी तकनीकी जानकारी के अभाव में पोर्टल पर दान राशि की एंट्री नहीं कर पा रहे हैं। न केवल सरकारी महकमों, बल्कि बोर्ड-निगमों, यूनिवर्सिटी और स्थानीय निकायों के कर्मचारी भी रिलीफ फंड में अपनी सैलरी से अंशदान देने के लिए आगे आ रहे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सार्वजनिक मंच से इन कर्मचारियों के सहयोग की दिल खोलकर सराहना की है।
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रिलीफ फंड में किसने कितना दिया दान
-10 फीसद वेतन देने वाले कर्मचारी - एक लाख 84 हजार 266
-11 से 20 फीसद देने वाले कर्मी - 3962
-20 फीसद से अधिक वेतन देने वाले कर्मचारी -984
-दान देने वाले कुल कर्मचारी -एक लाख 95 हजार 558
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600 कर्मचारी बने वालंटियर
कोरोना से लड़ाई में डॉक्टर, नर्स, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस चालक, पुलिस, सफाई कर्मचारी और खाद्य एवं आपूर्ति विभाग के कर्मचारी अग्रिम मोर्चों पर जुटे हैं तो करीब 600 कर्मचारियों ने वालंटियर के रूप में रजिस्ट्रेशन कराया है। कोविड-19 संघर्ष सेनानी पोर्टल पर पंजीकृत यह कर्मचारी आमजन को मेडिकल सहायता देने, खाद्य सामग्री पहुंचाने और जागरूकता अभियान में अहम भूमिका निभा रहे। बिजली और जन स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी बिजली-पानी की आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं।
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सीएम ने थपथपाई पीठ
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने दान देने में उदारता दिखा रहे कर्मचारियों की पीठ थपथपाई है। उन्होंने कहा कि
कर्मचारियों ने कोरोना रिलीफ फंड में करीब 72 करोड़ रुपये जमा कराए हैं। उम्मीद है कि यह राशि 100 करोड़ के पार पहुंचेगी। संकट की इस घड़ी में सभी को अपनी कमाई का कुछ हिस्सा जरूरतमंदों की मदद के लिए देना चाहिए। इससे हमें कोरोना को हराने में मदद मिलेगी।