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विधानसभा सत्र में चुनावी छाया, गांवों की राह मनो सरकार, युवाओं पर भी खास निगाह

हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र की शुरुआत पर साफ दिखा कि मनोहरलाल सरकार ने गांवों की राह पर चल पड़ी है। राज्‍यपाल में अभिभाषण में गांव किसान और युवाओं पर जाेर दिया गया।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Wed, 20 Feb 2019 07:24 PM (IST)Updated: Thu, 21 Feb 2019 09:17 AM (IST)
विधानसभा सत्र में चुनावी छाया, गांवों की राह मनो सरकार, युवाओं पर भी खास निगाह
विधानसभा सत्र में चुनावी छाया, गांवों की राह मनो सरकार, युवाओं पर भी खास निगाह

चंडीगढ़, [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में मनोहरलाल सरकार चुनावी मूड में दिखी। इसमें साफ संकेत मिला कि लोकसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी भाजपा का फोकस गांवों और युवाओं पर है। जींद उपचुनाव में मिली बंपर जीत ने भाजपा का रुख गांवों की तरफ मोड़ दिया है। भाजपा जहां किसानों को रिझाने की पूरी कोशिश में है, वहीं मेरिट के आधार पर नौकरियां देकर युवाओं का भरोसा जीतने के भी प्रयास किए जा रहे हैं। गांव, खेती, किसान, सिंचाई और सड़कें भाजपा सरकार ने अपने प्रमुख एजेंडे में शामिल कर लिए हैं।

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राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य के अभिभाषण पर लोकसभा चुनाव की छाया

विधानसभा के बजट सत्र की शुरूआत पर राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य के करीब 50 पेज के अभिभाषण में भाजपा सरकार ने जिस तरह से किसान और गांवों के विकास की चिंता की, उसे देखकर साफ लग रहा कि भाजपा अब शहरों के बाद गांवों में अपना बड़ा वोट बैंक तलाश रही है।

राज्यपाल के अभिभाषण के साथ विधानसभा के आठ दिवसीय बजट सत्र की शुरुआत हो गई। राज्यपाल के जरिए सरकार ने एेलान किया है कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत हरियाणा के साढ़े 10 लाख लघु और सीमांत किसानों को दो हजार रुपये की पहली तिमाही किस्त जल्द ही प्रदान कर दी जाएगी।

किसानों को जल्द मिलेगी दो-दो हजार रुपये की तिमाही किस्त, 92 हजार कृषि नलकूप कनेक्शन देने का एलान

राज्यपाल ने अपने अभिभाषण में एसवाईएल नहर के निर्माण की प्रतिबद्धता भी दोहराई है। साथ ही यमुना और इसकी सहायक नदियों से जलापूर्ति सुनिश्चित करने को यमुना नदी के अपस्ट्रीम पर रेणुका, किशाऊ और लखवाड़ बांधों का निर्माण किया जाएगा। एसवाईएल के निर्माण के साथ ही यदि तीनों बांध बनते हैैं तो हरियाणा का करीब 60 फीसद हिस्सा पानी की किल्लत से निजात पा लेगा।

एसवाईएल के साथ ही रेणुका, किशाऊ और लखवाड़ बांधों के निर्माण पर जोर

हरियाणा सरकार ने राज्य के करीब 92 हजार कृषि नलकूप कनेक्शन देने का भी एेलान किया है। दीनबंधु ग्राम उदय योजना के तहत 963 करोड़ रुपये की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार की गई है। ग्राम ज्ञान केंद्रों के लिए 210 करोड़ रुपये तथा पशु अस्पतालों व डिस्पेंसरी के लिए 47 करोड़ रुपये की परियोजनाएं मंजूर की गई हैं। राज्यपाल के जरिए सरकार ने कहा कि किसान खेत सड़क योजना के तहत हर हलके में 25 किलोमीटर पक्की सड़कों का निर्माण किया जाएगा।

56 हजार नौकरियां मिलीं, 17 हजार भर्तियां जल्द

राज्यपाल ने प्रदेश सरकार के साढ़े चार साल के रिपोर्ट कार्ड पर मुहर लगाई है। उन्होंने युवाओं पर फोकस रखते हुए पर्ची और सिफारिश मुक्त सरकारी भर्ती की दिल खोलकर सराहना की। राज्यपाल ने जानकारी दी कि 56 हजार से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां दी जा चुकी हैं तथा 17 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया अंतिम चरण में हैं। राज्यपाल ने आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के उम्मीदवारों को नौकरियों में 10 फीसद आरक्षण देने पर भी सरकार की पीठ ठोंकी है।

दो गांवों के विकास के लिए हर विधायक को दो करोड़

हरियाणा सरकार विधायक आदर्श ग्राम योजना के अंतर्गत हर साल हर हलके को दो करोड़ रुपये देगी। विधायक इस राशि को एक या एक से अधिक गांवों के विकास पर खर्च कर सकते हैं। पांच साल में यह राशि 10 करोड़ रुपये बनती है। राज्यपाल के इस एेलान को सरकार का चुनावी दांव माना जा रहा है।

अभिभाषण के कुछ अन्‍य महत्‍वपूर्ण मुद्दे

- पशुपालकों को टेलीफोन पर पशु स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करने को जींद, मेवात और यमुनानगर जिलों में पशु संजीवनी सेवा शुरू होगी।

- खेतों में पानी पहुंचाने को पश्चिमी यमुना नहर प्रणाली की क्षमता 800 क्यूसिक से बढ़ाकर 13300 क्यूसिक होगी।

- हर खेत को पानी देने के लिए सिंचित क्षेत्र में पक्के जलमार्ग 24 फुट प्रति एकड़ से बढ़ाकर 40 फुट प्रति एकड़ के बनेंगे।

- किसानों की सिंचाई जरूरत को पूरा करने के लिए 2300 सौर ऊर्जा चालित पंप स्थापित होंगे।

- श्याम प्रसाद मुखर्जी रूर्बन मिशन के तहत साथ-साथ लगते 152 गावों के 10 कलस्टर बनाकर उनका विकास होगा, जिन पर पांच साल में 884 करोड़ 59 लाख रुपये खर्च होंगे।

10 मिनट में 50 पेज का अभिभाषण पढ़ गए राज्यपाल

राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य पर अभिभाषण पढ़ते हुए उम्र का तकाजा साफ नजर आया। राज्यपाल दो बजकर तीन मिनट पर सदन में पहुंचे। दो बजकर चार मिनट पर उन्होंने अभिभाषण पढऩा शुरू किया और दो बजकर 14 मिनट पर यह कहकर खत्म कर दिया कि बाकी अंश पढ़े हुए माने जाएं।


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