हरियाणा में बेटे-बेटियों के नाम डिपो हस्तानांतरित करा सकेंगे बुजुर्ग डिपो होल्डर
हरियाणा में बुर्जर्ग डिपो होल्डर डिपो को अपने बेटे-बेटियों के नाम पर हस्तांतरित करवा सकेंगे। डिप्टी सीएम ने हर जिले में उम्रदराज डिपो संचालकों की रिपोर्ट मांगी है।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में बरसों से डिपो संचालन का काम कर रही बुजुर्ग महिलाओं व पुरुषों के डिपो उनके परिवार के सदस्यों के नाम हस्तांतरित हो सकेंगे। अधिक उम्र की वजह से यह बुजुर्ग न तो डिपो पर आने में सक्षम हैं और न ही उनका शरीर काम करने की अनुमति देेता है। ऐसे लोगों के डिपो उनके परिवार में ही रहें, इसलिए सरकार ने इन डिपो के नाम हस्तांतरित करने का निर्णय लिया है।
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री के नाते डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने पूरे प्रदेश में ऐसे डिपो संचालकों के नामों की सूची तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं, जो काफी बुजुर्ग हैं। प्रत्येक जिले में यह डाटा तैयार किया जा रहा है, ताकि पता लगाया जा सके कि 60 साल, 70 साल और इससे अधिक उम्र के कितने लोगों के नाम डिपो का संचालन हो रहा है। इन बुजुर्ग डिपो संचालकों की मजबूरी यह है कि वह इन्हें किसी को न तो बेच सकते हैं और न ही नाम हस्तांरित कर सकते हैं। इसलिए राशन के वितरण अथवा किसी भी चेकिंग के दौरान उन्हें मौके पर मौजूद रहना पड़ता है।
डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने खुद इस बात को महसूस किया। सिरसा और जींद जिले के दौरे के दौरान उन्होंने एक डिपो पर देखा कि बेहद बुजुर्ग महिला राशन डिपो पर बैठी है। उसके हाथ-पैर कांप रहे थे। इसके बावजूद वह डिपो पर बैठी हुई थी। दुष्यंत ने जब इस महिला से बात की तो पता चला कि डिपो पर आना उसकी मजबूरी है। इस पर दुष्यंत ने विभागीय अधिकारियों के उम्रदराज डिपो संचालकों की पूरी लिस्ट तैयार करने को कहा।
डिप्टी सीएम के अनुसार हर जिले से सूची आ जाने के बाद यह देखा जाएगा कि कितने ऐसे लोग हैं, जो उम्रदराज होने के बावजूद डिपो चला रहे हैं। फिर उनसे विभाग यह डिपो उनके किसी बेटे, बेटी, बहू या निकट के रिश्तेदार के नाम स्थानांतरित करने का विकल्प पूछेगा। इस बारे में संबंधित डिपो संचालक से हलफिया बयान समेत अन्य दस्तावेज लिए जाएंगे, ताकि डिपो को हस्तांतरित करने की प्रक्रिया को पूरा किया जा सके। इस पर विभागीय रिपोर्ट आने के बाद जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।