JJP का एक साल: दादा ओमप्रकाश चौटाला के Vote bank पर पोते Dushyant Chautala की निगाह
एक साल के भीतर तीन चुनाव लड़ चुकी जननायक जनता पार्टी (JJP) अब अपने संगठन का विस्तार करेगी। दुष्यंत की निगाह अब दादा ओमप्रकाश चौटाला के वोट बैंक पर है।
चंडीगढ़ [अनुराग अग्रवाल]। हरियाणा में एक साल के भीतर तीन चुनाव लड़ चुकी जननायक जनता पार्टी (JJP) अब अपने संगठन का विस्तार करेगी। उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के नेतृत्व वाली जजपा के पास फिलहाल 4.95 लाख सदस्य हैं, जिन्हें एक माह के भीतर बढ़ाकर 10 लाख तक पहुंचाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। दुष्यंत चौटाला की निगाह दादा ओमप्रकाश चौटाला और चाचा अभय सिंह चौटाला के नेतृत्व वाले इनेलो के साथ जुड़े कार्यकर्ताओं पर है, जिन्हें जजपा के साथ जोडऩे की रणनीति पर काम चल पड़ा है। जजपा राज्य में नए सदस्य बनाने के साथ ही हर घर पर झंडा लगाने का अभियान भी चलाएगी।
भाजपा सरकार में साझीदार जजपा ने हालांकि एक साल में पूरी जिम्मेदारी से जींद उपचुनाव, लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़ते हुए 10 विधायक बनाए, लेकिन दुष्यंत चौटाला संगठन पर ज्यादा ध्यान नहीं दे पाए। अब जजपा 20 दिसंबर से अगले साल 20 जनवरी तक पूरे एक माह का सदस्यता अभियान चलाने जा रही है। इस अवधि में नए सदस्य बनाने के साथ ही इनेलो के पुराने काडर बेस कार्यकर्ताओं को भी वापस खींचा जाएगा।
जजपा को बने पूरा एक साल हो गया है। सिरसा में पार्टी के स्थापना दिवस पर हुई राज्य कार्यकारिणी की बैठक में दुष्यंत चौटाला ने मजबूती के साथ भाजपा के साथ कदमताल करने का इरादा जाहिर कर दिया। उन्होंने स्पष्ट संकेत दिए कि गठबंधन का धर्म निभाते हुए किसी भी भाजपा नेता को जजपा में शामिल नहीं किया जाएगा। साथ ही दिल्ली में विधानसभा चुनाव लडऩे को लेकर कार्यकर्ताओं से फीडबैक के बाद दुष्यंत ने अपने नेतृत्व में गठित 10 सदस्यीय कमेटी पर फैसला छोड़ दिया है। यह कमेटी तय करेगी कि चुनाव भाजपा के साथ गठबंधन में लड़ते हुए कितनी सीटें मांगी जाएं।
विधानसभा चुनाव में पार्टी के अधिकृत उम्मीदवारों के खिलाफ बगावत करने वालों को लेकर भी दुष्यंत चौटाला खासे गंभीर दिखाई दिए। उनके विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्रवाई करने के लिए दुष्यंत ने जिला अध्यक्षों को रिपोर्ट तैयार करने के लिए अधिकृत किया है। ऐसी सूची 15 दिसंबर तक तैयार कर ली जाएगी।
बैठक में एक माह के भीतर दिग्विजय सिंह चौटाला के नेतृत्व में इनसो को मजबूती से खड़ा करने के लिए रिपोर्ट तैयार करने पर सहमति बनी है। इनसो आने वाले समय में दिल्ली विश्वविद्यालय सहित अन्य राज्यों में मजबूती से चुनाव लडऩे की तैयारी में है। पार्टी के एजेंडे पर दलित समाज के लोग भी हैैं, जिन्हें प्रमुख रूप से संगठन के साथ जोडऩे पर सहमति बनी है।
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