Move to Jagran APP

दो साल से ज्यादा गैप वाले छात्रों को मिलेगा दाखिला, चौटाला ने संसद में उठाया मुद्दा

सांसद दुष्यंत सिंह चौटाला ने मामले को संसद में उठाया और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री से मुलाकात की। इसके बाद उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने फैसला बदला।

By Ankit KumarEdited By: Published: Wed, 26 Jul 2017 12:53 PM (IST)Updated: Wed, 26 Jul 2017 12:53 PM (IST)
दो साल से ज्यादा गैप वाले छात्रों को मिलेगा दाखिला, चौटाला ने संसद में उठाया मुद्दा
दो साल से ज्यादा गैप वाले छात्रों को मिलेगा दाखिला, चौटाला ने संसद में उठाया मुद्दा

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा के कॉलेजों में दो साल से अधिक गैप वाले विद्यार्थियों को भी अब दाखिला मिलेगा। संसद में मामला उठने और फिर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद उच्चतर शिक्षा विभाग ने ऐसे विद्यार्थियों को दाखिला न देने का आदेश वापस ले लिया है।

loksabha election banner

उच्चतर शिक्षा विभाग ने 31 मई को सभी विश्वविद्यालयों को पत्र जारी कर 12वीं के बाद दो साल तक पढ़ाई से दूर रहने वाले विद्यार्थियों को कॉलेजों में दाखिला नहीं देने के निर्देश दिए थे। इनेलो संसदीय दल के नेता एवं हिसार के सांसद दुष्यंत सिंह चौटाला ने बीते शुक्रवार को इस मामले को संसद में उठाया और फिर अगले दिन केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावडेकर से मुलाकात की।

यह भी पढ़ें: हरियाणा में भी जागा भाजपा का दलित प्रेम, शाह करेंगे कार्यकर्ता के घर भोजन

सांसद ने कहा कि विद्यार्थियों के हित में यह फैसला तुरंत वापस लिया जाना चाहिए। वहीं, इनेलो की छात्र इकाई इनसो ने भी केंद्र सरकार के साथ हरियाणा के राज्यपाल, मुख्यमंत्री और उच्च शिक्षा निदेशक को ज्ञापन भेज कर फैसले को वापस लेने का दबाव बनाया।

मंगलवार को उच्चतर शिक्षा निदेशालय ने कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय रोहतक और चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी सिरसा को पत्र जारी कर पुराने आदेश को तुरंत प्रभाव से निरस्त करने का निर्देश दिया। पत्र की कॉपी सभी राजकीय महाविद्यालयों, सहायता प्राप्त महाविद्यालयों और निजी कॉलेजों को भी भेजी गई है।

यह भी पढ़ें: नाबालिग को गलत पता बताकर भेजा दूसरी जगह, फिर खेत में ले जाकर किया रेप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.