डीसी साहब की विजिट से पहले चमकाया डंपिग ग्राउंड
निरीक्षण करने मंगलवार को डीसी पंचकूला डॉ. बलकार सिंह पहुंचे।
राजेश मलकानियां, पंचकूला : शहर की सबसे बड़ी समस्या डंपिग ग्राउंड का निरीक्षण करने मंगलवार को डीसी पंचकूला डॉ. बलकार सिंह पहुंचे। डीसी के निरीक्षण की सूचना पहले से ही अधिकारियों को थी, जिसके चलते सभी तैयारियां कर ली गई थी। डंपिग ग्राउंड पहले के मुकाबले साफ था। कूड़े पर मिट्टी डलवाई गई थी। आम दिनों की तरह आवारा पशु भी वहां से गायब थे और कर्मचारी भी वर्दी में थे। डीसी साहब ने सेक्टर 23 स्थित डंपिग ग्राउंड का दौरा करके ठोस कचरा से संबंधित समस्या का जायजा लिया। उन्होंने इस कचरे से आने वाली बदबू की समस्या के समाधान के लिए नगर निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए।
डीसी ने कहा कि प्रतिदिन इकट्ठा होने वाले ठोस कूड़े को मिट्टी से ढककर अथवा किसी अन्य माध्यम से ऐसी व्यवस्था सुनिश्चित करें कि आस पास के क्षेत्रों में बदबू न फैले। डंपिग ग्राउंड के चारों ओर झाड़ीनूमा जल्दी उगने वाले पेड़ लगाएं ताकि कूड़ा दूर से नजर न आए और ये पेड़ बदबूदार हवा को नियंत्रित कर सके। मिंट्टी डालकर बदबू नियंत्रण किया जा रहा है नगर निगम के कार्यकारी अधिकारी जरनैल सिंह ने बताया कि मिट्टी डालकर इस कूड़े से उठने वाली बदबू को नियंत्रित किया जा रहा है। मिट्टी डालने का काम तेज किया जाएगा। कूड़ा प्रबंधन के लिए जब तक ठोस कूड़ा प्रबंधन प्लांट की स्थापना का काम पूरा नहीं होता, तब तक इस समस्या से निपटने के वैकल्पिक उपायों को जारी रखा जाएगा। मिट्टी डालने के टेंडर की मंजूरी के लिए लिखा है पत्र इस दौरान निगम अधिकारियों ने डीसी को बताया कि नगर निगम द्वारा मिट्टी डालने के टेंडर की मंजूरी के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिला उपायुक्त को पत्र लिखा गया है। परंतु डीसी ने पत्र वापस भेजकर डायरेक्टर आफिसर से परमीशन मांगने को कहा था। अब निगम द्वारा डायरेक्टर ऑफिस को पत्र लिखा है, जहां से चुनाव आयोग को पत्र भेजा जाएगा। आयोग से मंजूरी मिलने के बाद ही मिट्टी डालने का काम शुरू हो पाएगा। अभी टेंपरेरी चल रहा है काम पुराने टेंडर के मुताबिक रोजाना डंपिग ग्राउंड में 20 ट्राली मिट्टी डाली जाती थी। कूड़ा डालने के कारण मिट्टी की लेयर बिछाकर उसे समतल किया जाता है। 19 लाख रुपये का छह महीने के लिए टेंडर किया जाना है। पंचकूला, पिजौर, कालका से लगभग रोजाना 200 टन कूड़ा आता है। अब जो मिट्टी की लेयर पहले डाली जाती है, वह दब जाती है। इसके अलावा चेन डोजर का भी टेंडर किया जाना है। इस समय 1980 रुपये प्रति घंटा डीसी रेट पर चेन डोजर चल रहा है। चेन डोजर कूड़े को समतल करता है। इसके अलावा एक कंपेक्टर भी लगाया जाना है, जोकि कूड़े और मिट्टी को नीचे दबाता है। कागजों में दिखाने के लिए किया जा रहा काम सेक्टर-23 के डंपिग ग्राउंड को लेकर लोगों में भारी रोष है। लोगों ने नगर निगम पर आरोप लगाया है कि जब इसे मेंनटेन करने के लिए नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल की ओर से नियम बनाए गए हैं तो उनके मुताबिक काम क्यों नहीं हो रहा। सेक्टर 26 के कर्नल रिटायर्ड एचएस गुलेरिया ने बताया कि नियमों के मुताबिक डंपिग ग्राउंड में कूड़े को बुलडोजर से लेवलिग करना होता है। मिट्टी डालने के बाद उस पर पॉलीथिन से लेयर को ढकना होता है और बीमारियों और बदबू को नष्ट करने के लिए स्प्रे भी किया जाना होता है। लेकिन यहां ऐसा नहीं हो रहा है और सिर्फ कागजों में दिखाने के लिए काम किया जा रहा है।