हरियाणा में स्कूली विद्यार्थियों को टैब का वितरण शुरू, 10वीं व 12वीं की परीक्षा के बाद लौटाने पड़ेंगे
हरियाणा में आनलाइन शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए मनोहरलाल सरकार ने अहम कदम उठाया है। राज्य में स्कूली विद्यार्थियों को टैब का वितरण शुरू किया है। ये टैब् विद्यार्थियों को 10वी और 12वीं की परीक्षा के बाद लौटाने होंगे।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के सरकारी स्कूलों में आठवीं से 12वीं तक के सभी विद्यार्थियों को मुफ्त टैबलेट (टैब) वितरित करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। शिक्षण सामग्री और पाठ्य पुस्तकों से प्री-लोडिड कंटेंट के साथ 8.20 लाख टैब बच्चों को वितरित किए जाएंगे। यह टैब पुस्तकालय की किताबों की तरह जारी किए जाएंगे जिन्हें विद्यार्थी 10वीं और 12वीं की परीक्षा के बाद वापस लौटाएंगे।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने की सरकारी स्कूलों में टैबलेट वितरित करने की प्रक्रिया की समीक्षा
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्कूल शिक्षा विभाग की बैठक में टैब वितरण की तैयारियों की समीक्षा की। टैब में अवसर एप आनलाइन सामग्री, पीडीएफ पुस्तकें, क्यूआर कोडिड एनसीईआरटी सामग्री, एजुसेट वीडियो, दीक्षा आनलाइन सामग्री, शिक्षकों द्वारा तैयार किए गए यू-टयूब वीडियो, प्रश्न बैंक और राष्ट्रीय पात्रता-सह-प्रवेश परीक्षा (नीट), संयुक्त प्रवेश परीक्षा (जेईई), राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनईडीए) और राष्ट्रीय शिक्षक परीक्षा (एनटीई) जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी से संबंधित सामग्री शामिल है। सभी शिक्षा सामग्री एक एन्क्रिप्टेड डाटा कार्ड में प्री-लोडिड होगी, जिससे छात्र अध्ययन कर सकेंगे, मॉक टेस्ट दे सकेंगे और आगामी परीक्षाओं की तैयारी करने के लिए पिछले वर्ष के पेपर भी देख सकेंगे।
शिक्षण सामग्री और पाठ्य पुस्तकों से प्री-लोडिड कंटेंट के साथ 8.20 लाख बच्चों को दिए जाएंगे टैब
बैठक में बताया गया कि टैब के उचित उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए मोबाइल डिवाइस प्रबंधन (एमडीएम) अपलोड किया जाएगा। एमडीएम प्रत्येक छात्र के डिवाइस उपयोग, लाग-इन नहीं करने वालों का भौतिक सत्यापन करने सहित डिवाइस की ट्रैकिंग रखेगा और टैब की बिक्री के खिलाफ निगरानी भी सुनिश्चित करेगा। छात्र टैब का उपयोग केवल अपनी पढ़ाई के लिए करेंगे और वे किसी भी अवांछित वेबसाइट का उपयोग नहीं कर पाएंगे और न ही कोई अन्य सामग्री को डाउनलोड कर पाएंगे।
बैठक में मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव डीएस ढेसी, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव वी उमाशंकर, स्कूल शिक्षा विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव डा. महावीर सिंह, महानिदेशक प्राथमिक शिक्षा और स्कूल शिक्षा विभाग के सचिव नितिन यादव, मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव अमित कुमार अग्रवाल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा जे. गणेशन ने भी अपनी बात रखी।