Coronavirus: हरियाणा में कल से पूरा Lockdown, इन राहतों का भी किया CM ने ऐलान
Coronavirus हरियाणा के सीएम मनोहर लाल ने राज्यभर में लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। अभी तक राज्य के सात जिलों में ही लॉकडाउन था।
जेएनएन, चंडीगढ़। Coronavirus: हरियाणा में कोरोना के कहर को कम करने के लिए राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश को लॉकडाउन (Lockdown) कर दिया है। रविवार को राज्य सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे सात जिलों में ही लॉकडाउन का ऐलान किया था, लेकिन सोमवार को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने सभी 22 जिलों में लॉकडाउन की घोषणा कर दी। अभी यह लॉकडाउन 31 मार्च तक रहेगा, लेकिन लोगों ने यदि सहयोग नहीं किया तो इसकी अवधि बढ़ाई जा सकती है। राज्य सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि हाल फिलहाल पंजाब और महाराष्ट्र की तरह हरियाणा में कर्फ्यू लगाने का सरकार का कोई इरादा नहीं है।
हरियाणा सरकार ने रविवार को जनता कर्फ्यू के बाद पंचकूला, पानीपत, सोनीपत, रोहतक, झज्जर, गुरुग्राम व फरीदाबाद में 31 मार्च तक के लिए लॉकडाउन किया था। सोमवार को सीएम मनोहर लाल ने पहली बार डिजिटल प्रेस कांफ्रेंस की और सभी जिलों के डीसी और एसपी को लॉकडाउन को सख्ती से लागू कराने के आदेश दिए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार सुबह आशंका जाहिर की थी कि लोग लॉकडाउन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और यह खतरे वाली बात है। इसके बाद राज्य सरकारें सक्रिय हो गई हैं। पीएम के ट्वीट के बाद ही हरियाणा सरकार भी हरकत में आ गई थी।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि डरने की जरूरत नहीं है। राज्य सरकार के पास तमाम इंतजाम हैं, लेकिन लोगों को भी सहयोग करना चाहिए। कोरोना वायरस से एहतियातन के तौर पर प्रदेश के सभी जिलों को लॉकडाउन किया गया है। एक सवाल पर मनोहर लाल ने कहा कि रविवार को जब सात जिलों को लॉकडाउन किया गया तो अन्य जिलों से भी इस तरह की डिमांड आ रही थी। लॉकडाउन के दौरान बिजली, पानी, सीवरेज, बैंक, एटीएम, टेलीफोन और डाकघर संबंधी जरूरी सेवाएं जारी रहेंगी। विदेशों से रविवार को आए २६० लोगों को इलाज के लिए गुरुग्राम में रखा गया है।
सभी राज्यों की सीमाएं की गई सील, अंतरराज्यीय बसें भी नहीं चलेंगी
हरियाणा सरकार ने प्रदेश से लगते दूसरे राज्यों के सभी इंटर स्टेट बार्डर सील कर दिए हैं। अंतरराज्यीय बसें भी नहीं चलेंगी। पुलिस का सख्त पहरा लगाया गया है। बार्डर से न तो किसी को इधर आने की इजाजत होगी और न ही किसी को बार्डर के उस ओर जाने दिया जाएगा। संबंधित जिलों के डीसी को पूर्ण अधिकार दिए गए हैं। अगर किसी तरह की कोई शंका है तो संबंधित डीसी ही इस बारे में स्पष्टीकरण देंगे। लॉकडाउन को लागू करने का पूरा जिम्मा जिलों के पुलिस व सिविल प्रशासन के कंधों पर रहेगा। सरकार की सूचनाओं का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ धारा 188 के तहत सख्त कारर्वाई होगी।
गांव वालों को शहर आने की जरूरत नहीं, सभी सामान मिलेगा
शहरों से गांवों में रोजमर्रा के सामान की सप्लाई से जुड़े सवाल पर सीएम मनोहर लाल ने कहा कि हर किसी को गांव से शहर आने की जरूरत नहीं है। गांवों में राशन आदि की दुकान चलाने वालों को ही शहर आना होता है और उनके आने-जाने पर किसी तरह की पाबंदी नहीं रहेगी। लॉकडाउन के दौरान भोजन, दूध, ब्रेड, फल, सब्जी, आटा, मीट आदि का काम करने वाले लोगों पर किसी तरह की पाबंदी नहीं रहेगी। उनकी ट्रांसपोर्ट गतिविधियां भी चालू रहेंगी। इसी तरह से होम डिलीवरी के काम में लगे लोगों को किसी तरह की परेशानी लॉकडाउन से नहीं आएगी। अस्पताल, कैमिस्ट शॉप, मॉस्क और सेनेटाइजर मैटेरियल का काम करने वाली इंडस्ट्री भी खुली रहेगी। पेट्रोल पंप व रसोई गैस एजेंसी भी खुली रहेंगी।
जिला उपायुक्तों के पास रहेंगे सभी अधिकार
मनोहर लाल के अनुसार लॉकडाउन से पहले सभी जिलों में धारा-144 लगाई जा चुकी है। ऐसे में पांच या इससे अधिक लोगों के इकट्ठा होने पर पूरी तरह से पाबंदी रहेगी। जिलों के डीसी इसका सख्ती से पालन करेंगे। सीएम ने कहा कि विभिन्न सेक्टरों व सोसायटियों की रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन को भी सोशल डिस्टेंस बनाने में मदद करनी होगी। आरडब्ल्यूए के प्रधान व सचिव की जवाबदेही तय करते हुए सीएम ने कहा कि अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता है तो एसोसएिशन को इसकी सूचना देनी होगी।
कई राहतों का भी ऐलान
सीएम ने कहा कि इस दौरान मिड डे मील का राशन सरकार घरों में पहुंचाएगी। सीएम ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान बैंक, एटीएम, डाक सेवा, आवश्यक ट्रांसपोर्ट खुले रहेंगे। किसानों को सामान लाने ले जाने पर प्रतिबंध नहीं होगा। मीडिया पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहींं होगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजी रोटी वालोंं की समस्या के लिए बीपीएल परिवारों को अगले माह राशन फ्री में मिलेगा।आंगनबाड़ी और मिड मील वालों को राशन घर पर मिलेगा। 12.38 लाख परिवारों को 31 मार्च तक बची हुई 2000 रुपये की किस्त जारी कर दी जाएगी। अगर इस दौरान किसी कर्मचारी की मौत होती है तो 10 लाख रुपयेे और एक्सग्रेसिया के तहत नौकरी मिलेगी।
ये भी किया ऐलान
- मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी विभाग में कांट्रेक्ट कर्मचारी का वेतन हीं काटा जाएगा।
- बिजली-पानी के बिल की अवधि 15 अप्रैल तक बढ़ाई। कोई अतिरिक्त चार्ज नहीं लगेगा।
- स्कूलों और कॉलेज के बच्चों को लेक्चरर रिकॉर्ड करके भेजे जाएंगे।
- covidharyana.in पर लोग स्वयंसेवा के लिए रजिस्टर कर सकते है, जिला प्रशासन उनका सहयोग ले सकती है।
सात जिलों में रहा लॉकडाउन
इससे पहले हरियाणा मेंं सात जिलों में लॉकडाउन था। हालांकि यहां रविवार की तरह सन्नाटा नहीं दिख रहा है। रविवार को अधिकांश संस्थानों व सरकारी आफिसों में छुट्टी होने के कारण पूरी तरह शांति रही, लेकिन सोमवार को यानी आज कई लोग अपने रोजमर्रा के काम के लिए घरों से बाहर निकल रहे हैं। हालांकि यह संख्या बहुत कम है। पुलिस प्रशासन अनावश्यक घर से बाहर निकलने वालों पर निगाह रख रहा है। लोगों से पूछताछ भी की जा रही है।
रोहतक में सब्जी खरीदते लोग।
बता दें, हरियाणा में सात जिलों राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, झज्जर, रोहतक और चंडीगढ़ से सटे पंचकूला में लॉकडाउन है। कोरोना वायरस एक-दूसरे से संपर्क में आने से फैलता है। इसलिए एहतिहातन सरकार ने ऐसा कदम उठाया है, ताकि लोग सामाजिक दूरी बनाकर रखेें और एक-दूसरे के संपर्क में न आएं।
रोहतक में मेडिकल स्टोर पर दवा खरीदने पहुंचे लोग।
अंतरराज्यीय बस सेवा बंद होने के कारण सड़कों पर बसों की संख्या कम दिख रही है। सब्जी, राशन व मेडिकल स्टोर, पेट्रोल पंप खुले नजर आ रहे हैं। सरकार ने लॉकडाउन पर निगाह रखने के लिए छह आइएएस अफसरों की ड्यूटी लगाई है।
हरियाणा की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
पंजाब की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें