Move to Jagran APP

हरियाणा में कोरोना हो रहा कम, बढ़ रहा ब्लैक फंगस, हर मेडिकल कालेज में अब 75 बेड

हरियाणा में कोरोना संक्रमण के मामले तो कम हो रहे हैं लेकिन ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों ने राज्य सरकार की चिंता बढ़ा दी है। ऐसे में हरियाणा सरकार ने एहतिहाती कदम उठाने शुरू कर दिए हैं ।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Thu, 27 May 2021 08:33 PM (IST)Updated: Thu, 27 May 2021 08:33 PM (IST)
हरियाणा में कोरोना हो रहा कम, बढ़ रहा ब्लैक फंगस, हर मेडिकल कालेज में अब 75 बेड
हरियाणा में ब्लैक फंगस के मामलों ने बढ़ाई सरकार की चिंता। सांकेतिक फोटो

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में कम होते जा रहे कोरोना संक्रमण के मामले जहां सुकून देने वाले हैं, वहीं ब्लैक फंगस के बढ़ रहे केस ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। अभी तक राज्य में ब्लैक फंगस के 522 मामले आ चुके हैं, जिनमें 13 की मृत्यु हो चुकी है। हरियाणा सरकार ने ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार के लिए सभी सरकारी मेडिकल कालेजों में 20-20 बेड बढ़ाने का फैसला लिया था, लेकिन जिस गति से केस बढ़ रहे हैं, उसे देखते हुए अब हर सरकारी मेडिकल कालेज में ब्लैक फंगस के मरीजों के लिए 75-75 बेड का इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं।

loksabha election banner

हरियाणा के चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान मंत्री अनिल विज ने ब्लैक फंगस के बढ़ते मामलों पर चिंता जताई। साथ ही कहा कि ब्लैक फंगस कोरोना संक्रमित मरीजों में ही हो रहा है, ऐसा बिल्कुल भी नहीं है। अभी तक सरकार ने पाया है कि सवा चार सौ केस ऐसे हैं, जिन्हें ब्लैक फंगस तो था, लेकिन उनकी केस हिस्ट्री कोरोना होने, स्टेरायड देने अथवा शुगर होने की बिल्कुल भी नहीं है। ऐसे में इस बात पर अनुसंधान करने की जरूरत है कि ब्लैक फंगस के फैलने के क्या कारण हैं, जिन्हें रोकने की दिशा में सरकार काम कर रही है। इस कार्य के लिए हरियाणा सरकार ने केंद्र से तो अनुरोध किया ही, साथ ही पीजीआइ के डाक्टरों को भी किसी सर्वमान्य नतीजे पर पहुंचने के लिए अनुसंधान करने को कहा है।

यह भी पढ़ें: पंजाब के वैक्सीनेशन का COVA app का डाटा CoWin पोर्टल पर नहीं हो रहा शेयर, केंद्र ने अभी नहीं दी इजाजत

अनिल विज ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि मेडिकल कालेजों में भर्ती ब्लैक फंगस के मरीजों के उपचार में दवाइयों की कमी नहीं आनी चाहिए। सरकार के पास इतने इंजेक्शन उपलब्ध हैं, ताकि ब्लैक फंगस के मरीजों का उपचार किया जा सके। अनिल विज ने कहा कि के सभी आठ स्थानों पर लगाए जा रहे पीएसए आक्सीजन (हवा से बनने वाली गैस) के प्लांट के संचालन एवं प्रबंधन के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों तथा अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जाए।

उन्होंने कहा कि कोरोना के मामलों में भले ही कमी आ रही है, परंतु इसमें अभी किसी प्रकार की ढिलाई न की बरती जाए। बैठक में चिकित्सा शिक्षा व अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम, स्वास्थ्य सचिव राजीव अरोड़ा, हरियाणा मेडिकल सर्विस कारपोरेशन के एमडी डा. साकेत कुमार, चिकित्सा शिक्षा व अनुसंधान विभाग के निदेशक डा. शालीन, स्वास्थ्य महानिदेशक डा. वीणा सिंह ने कोरोना व ब्लैक फंगस के मामलों की रिपोर्ट दी।

यह भी पढ़ें: पंजाब में मंत्री के घर जुटे CM कैप्टन अमरिंदर सिंह से नाराज 6 MLA, हाईकमान की अनदेखी से बढ़ रही बेचैनी

सरकारी डिस्पेंसरियों में शुरू होगी आयुष की ओपीडी

हरियाणा के आयुष मंत्री के नाते अनिल विज ने अधिकारियों को श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र में आयुष की अन्य विंग भी शुरू करने के निर्देश दिए। इनमें आयुर्वेद के अतिरिक्त होम्योपैथिक, योग, यूनानी तथा सिद्घा चिकित्सा पद्धति शामिल हैं। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्णा राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सा महाविद्यालय शीघ्र ही श्रीकृष्णा आयुष विश्वविद्यालय कुरुक्षेत्र का ही भाग होगा।

विज ने राजकीय डिस्पेंसरी में आयुष की ओपीडी शीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए, जिसको सप्ताह में तीन दिन के साथ चालू किया जाए। विश्वविद्यालय के कुलपति डा. बलदेव कुमार ने बताया कि वे आयुर्वेदिक कालेज में पोस्ट कोविड केयर आयुष सेंटर बनाना चाहते हैं, जिससे ऐसे मरीजों को शीघ्र स्वास्थ्य लाभ दिया जा सके। विश्वविद्यालय में जल्द ही विभिन्न विषयों में पीएचडी आरंभ की जाएगी।

पंजाब की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

हरियाणा की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.