हरियाणा सीएम मनोहरलाल का हुड्डा व जी-23 के कांग्रेस नेताओं पर तंज, कहा- इनके हथियार में धार नहीं
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कांग्रेस के असंतुष्ट जी-23 नेताओं पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि जी-23 के कांग्रेस नेताओं के हथियार में धार नहीं है। उन्होंने पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा को खासतौर पर निशाना बनाया।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कांग्रेस के जी-23 के नेताओं पर तंज कसा है। उन्होंने इन नेताओं के जम्मू में जमावड़े पर चुटकी ली है। मनोहर लाल ने कहा कि इन कांग्रेस नेताओं का दबाव की राजनीति करने का पुराना हथियार बताया है। मनोहर लाल का इशारा हालांकि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर था, लेकिन वह बाकी नेताओं को भी लपेटे में लेने से नहीं चूके। मनोहर लाल ने कहा कि अब यह हथियार बेकार हो गया है।
मनोहर लाल ने कहा कि जी-23 में शामिल कई नेता बरसों से दबाव की राजनीति करते आए हैं। वे अपने हाईकमान पर क्यों, किसलिए और किस तरह का दबाव देते हैं, यह उनकी और हाईकमान की अपनी बात है। लेकिन, देश और प्रदेश की जनता जानती है कि इन नेताओं की बरसों पुरानी यह प्रैक्टिस अब ज्यादा दिन चलने वाली नहीं है। मुख्यमंत्री ने हुड्डा की तरफ इशारा करते हुए कहा कि वह हरियाणा में अक्सर ऐसा करते आए हैं, लेकिन उनकी न तो हाईकमान सुनता है और न ही प्रदेश की जनता सुनती है। इन नेताओं की बरसों पुरानी परंपरा को लोग समझ चुके हैं।
कांग्रेस अपने विधायकों की चिंता करे, हमारी सरकार की नहीं
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कांग्रेस खासकर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला पर तीखे शब्दबाण चलाए। उन्होंने हुड्डा का नाम लेकर कहा कि बजट सत्र में सरकार के विरुद्ध अविश्वास प्रस्ताव लाने की बात करने वाले अल्पमत में हैं। हमारी बहुमत की सरकार है तथा हमें किसी तरह का खतरा नहीं है। हुड्डा को यह चिंता करनी चाहिए कि कहीं उनके विधायक टूटकर कहीं और न चले जाएं।
अभय चौटाला को भी दी नसीहत, कहा- परिवार के झगड़े में उकता गए
चंडीगढ़ स्थित अपने आवास पर संवाददाताओं से अनौपचारिक बातचीत में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अभय सिंह चौटाला के उस दावे को भी हास्यास्पद बताया, जिसमें उन्होंने कहा था कि दो चार साल बाद जजपा का भाजपा में विलय हो जाएगा। उन्होंने कहा कि यह अभय का राजनीतिक बयान है। वह परिवार की लड़ाई से उकता चुके हैं और ऐसे बयान दे रहे हैं। मनोहर लाल के अनुसार अविश्वास प्रस्ताव लाना कांग्रेस का अधिकार है। उन्हें लाना चाहिए। हम उनका स्वागत करते हैं, लेकिन फ्लोर पर इस अविश्वास प्रस्ताव का क्या हश्र होगा, यह उसी दिन पता चल जाएगा।
मनोहर लाल ने भाजपा-जजपा गठबंधन को मजबूत बताते हुए कहा कि कालका व ऐलनाबाद के उपचुनाव होने हैं। इनका ऐलान होने पर तय करेंगे कि कौन कहां से चुनाव लड़ेगा। पंचायत चुनाव में भी अभी समय है। वार्डबंदी का काम अधूरा है। किसान आंदोलन भी चुनाव नहीं करवाने के पीछे बड़ा कारण है। कुछ लोगों ने यह प्रचार कर दिया था कि लोगों का ध्यान बांटने के लिए चुनाव करवा रहे हैं।
किसानों से जुड़े मुद्दे पर सीएम ने कहा कि उनका आंदोलन उचित नहीं है। राजनीतिक लोग किसानों के कंधे पर बंदूक रखकर चलाना चाहते हैं। एमएसपी की गारंटी का कानून यदि बन गया तो यह किसानों के हित में नहीं है। खरीददार किसानों की फसल खरीदने से मना कर देंगे। इसलिए किसानों को राजनीतिक अडंगेबाजी से ऊपर उठकर केंद्र से बातचीत करनी चाहिए।
बजट सत्र के बाद मंत्रिमंडल विस्तार संभव
प्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार से जुड़े सवाल का सीएम ने सीधे तौर पर तो जवाब नहीं दिया, लेकिन बातचीत से ऐसे संकेत मिले कि बजट सत्र के बाद विस्तार हो सकता है। उन्होंने कहा कि भले ही, यह मेरा अधिकार क्षेत्र है लेकिन मुझे भी चर्चा तो करनी ही होती है। मंत्रिमंडल विस्तार में दो सीट खाली है। एक जेजेपी का मंत्री बनेगा तो दूसरा भाजपा। जरूरी हुआ तो पहले जेजेपी का मंत्री बना सकते हैं, फिर अपना बना सकते हैं। नहीं भी बनाएंगे तो किसी को कोई ऐतराज नहीं है। इस तरह के भी संकेत मिले कि विस्तार के साथ मौजूदा मंत्रियों के विभागों में बदलाव भी हो सकता है।
लव जिहाद से जुड़े बिल का मसौदा भी पहुंचा
सीएम ने बताया कि गृह विभाग की ओर से लव जिहाद के मामलों से निपटने के लिए बनाए जाने वाले कानून का मसौदा उनके पास पहुंच गया है। निजी व सरकारी संपत्ति के नुकसान की भरपाई आंदोलनकारियों से करने के लिए भी सरकार कानून बनाएगी। इसका ड्राफ्ट बिल गृह मंत्री अनिल विज की ओर से सीएमओ में भिजवाया गया है। विचार-विमर्श व कानूनी राय के बाद इन दोनों बिलों को सदन में पेश किया जाएगा।
हर साल मिलेंगे दो हजार डाक्टर
प्रदेश में नए मेडिकल कालेजों की स्थापना को लेकर पूछे सवाल पर सीएम ने कहा कि पहले से मंजूरशुदा मेडिकल कॉलेजों का निर्माण पूरा कराया जाएगा। नए मेडिकल कालेज भी शुरू करेंगे। 2015 तक प्रदेश में एमबीबीएस की कुल 750 सीट थी। अब ये बढ़कर 1750 हो चुकी हैं। इस साल में इन्हें बढ़ाकर 2000 किया जाएगा। अगले कुछ वर्षों में 2500 सीट करने की योजना है ताकि प्रदेश को हर साल 2000 से अधिक डाक्टर मिल सकें।
वृद्धावस्था पेंशन में होगी बढ़ोतरी
पिछले साल कोरोना की वजह से वृद्धावस्था, विधवा व बेसहारा महिला तथा दिव्यांगों की पेंशन में बढ़ोतरी नहीं हुई। वर्तमान में 2250 रुपये मासिक पेंशन है। सीएम ने स्पष्ट तौर पर संकेत दिए कि इस बार सरकार पेंशन में बढ़ोतरी करेगी। यह कितनी होगी, इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं कहा। सीएम ने कहा कि बुजुर्गों का सम्मान होना चाहिए और सरकार उनके मान-सम्मान का पूरा ख्याल रखेगी।