Haryana Assembly Election 2019 : अनुच्छेद-370 पर भाजपा के जाल में उलझे आजाद, हुड्डा और किरण
पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद सभी अनुच्छेद-370 के जाल में ऐसे उलझ गए हैं कि अब उनके पास कोई जवाब देते नहीं बन रहा।
चंडीगढ़ [सुधीर तंवर]। हरियाणा के दिग्गज कांग्रेस नेता हों या फिर जम्मू-कश्मीर में राजनीति करने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, सभी अनुच्छेद-370 के जाल में ऐसे उलझ गए हैं कि अब उनके पास कोई जवाब देते नहीं बन रहा। भाजपा बार-बार कांग्रेसियों से जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद-370 हटाने के अपने फैसले पर जवाब मांग रही है और कांग्रेस नेता हैं कि भाजपा के बुने जाल में गहरे उलझते जा रहे हैं।
चंडीगढ़ में कांग्रेस का चुनाव घोषणा पत्र जारी करने पहुंचे हरियाणा कांग्रेस के प्रभारी गुलाम नबी आजाद, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा और कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी के अलग-अलग सुर थे। अनुच्छेद-370 पर हुड्डा और गुलाम नबी आजाद की अलग-अलग राय से जुड़े सवाल पर पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव एक बार तो असहज हो गए, लेकिन बाद में उन्हें अपनी राय जाहिर करनी पड़ी।
गुलाम नबी आजाद बोले कि अनुच्छेद-370 कोई ऐसी चीज नहीं है जिसे कभी छुआ नहीं गया। यह उसी संविधान का एक पार्ट था जिसकी कसम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कई बार खाते हैं। वर्षों तक संविधान का हिस्सा रहने के बाद अनुच्छेद-370 में बदलाव किया गया और यह परिवर्तन अब कानून बन चुका है, इसलिए कुछ कहना वाजिब नहीं।
गुलाम नबी आजाद की यह बदली राय भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनुच्छेद-370 पर कांग्रेस का स्टैंड पूछने के बाद सामने आई है। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा शुरू से ही अनुच्छेद-370 हटाने के फैसले की सराहना कर रहे हैं। आजाद के मंच से ही उन्होंने कहा कि अनुच्छेद-370 हटाने का फैसला ठीक है। जब उनसे पूछा गया कि क्या आपने अनुच्छेद-370 हटाने का विरोध करने वालों के जेल जाने संबंधी बयान दिया है तो हुड्डा ने एकदम स्थिति साफ कर दी। हुड्डा बोले कि मैंने देश का विरोध करने वालों के लिए जेल जाने की बात कही थी। किसी भी व्यक्ति के लिए देश से ऊपर कुछ नहीं है।
गुलाम नबी आजाद और भूपेंद्र सिंह हुड्डा की इस राय से इतर कांग्रेस विधायक दल की पूर्व नेता किरण चौधरी को आखिरकार कहना पड़ा कि हमने विधानसभा में अनुच्छेद-370 हटाने के भाजपा सरकार के फैसले पर सहमति का प्रस्ताव दिया था। ऐसे में अब इस मामले को तूल देने का कोई औचित्य नहीं बनता।
हम काम में हीरो, पब्लिसिटी में जीरो
गुलाम नबी आजाद ने केंद्र और हरियाणा में कांग्रेस सरकार के कार्यकाल का जिक्र करते हुए कहा कि हम काम में हीरो हैं और पब्लिसिटी में जीरो। इसके उलट भाजपा काम में जीरो है और पब्लिसिटी में हीरो। भाजपा सरकार का काम टीवी देखकर पता चलता है, जबकि हमारा काम जमीन पर दिखता था। अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार बनी तो फिर से जमीनी स्तर पर हमारा काम दिखेगा।
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