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हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी शुरू होने पर पेंच, दुविधा में सरकार

हरियाणा में लॉकडरउन के बीच सरकारी अस्‍पतालाें में ओपीडी शुरू करने पर पेंच फंस गया है। हरियाणा सरकार इसको लेकर अभी दुविधा में है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Mon, 20 Apr 2020 02:50 PM (IST)Updated: Mon, 20 Apr 2020 02:50 PM (IST)
हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी शुरू होने पर पेंच, दुविधा में सरकार
हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी शुरू होने पर पेंच, दुविधा में सरकार

चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में ओपीडी शुरू करने पर असमंजस बरकरार है। प्रदेश सरकार ने कुछ दिन पहले सरकारी अस्पतालों में ओपीडी शुरू करने का संकेत दिया था, लेकिन अभी तक इस पर कोई फैसला नहीं हो पाया है। इससे अलग प्रदेश के सैकड़ों प्राइवेट डाक्टरों ने अपने-अपने क्लीनिक खोलने की पहल की है। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने प्राइवेट अस्पताल संचालकों से अनुरोध किया था कि वे मरीजों के इलाज के लिए अपने क्लीनिक खोलें।

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हरियाणा सरकार अभी ओपीडी शुरू करने को ठीक को नहीं मान नहीं ठीक

प्रदेश में लाॅकडाउन 3 मई तक है। उम्मीद की जा रही थी कि 20 अप्रैल से सरकारी अस्पतालों में ओपीडी चालू हो जाएगी, लेकिन डाक्टरों की व्यस्तता के चलते फिलहाल इस फैसले को टाल दिया गया है। सरकार ने हालांकि मंत्रियों व अधिकारियों की राय ली है, लेकिन सभी इस बात पर एकमत थे कि सरकारी अस्पतालों में अभी तुरंत ओपीडी शुरू करने का यह उचित समय नहीं है। प्रदेश सरकार ने चूंकि 500 मोबाइल चिकित्सा वैन चलाने का निर्णय लिया है, इसलिए फिलहाल उनसे काम लिया जाना चाहिए।

निजी चिकित्सकों ने शुरू किए क्लीनिक खोलने, गांव व शहरों में मोबाइल डिस्पेंसरी में होगा मरीजों का इलाज

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के अनुसार अभी ओपीडी शुरू करने पर कोई फैसला नहीं हो पाया है, लेकिन सरकार का मन ओपीडी खोलने का है। इस पर फैसला बाद में लिया जाएगा। अनिल विज ने बताया कि उन्होंने आइएमए के पदाधिकारियों समेत सभी प्राइवेट डाक्टरों से अपने क्लीनिक खोलने का अनुरोध किया था।

प्रदेश भर से उनके पास ऐसी रिपोर्ट आ रही है कि प्राइवेट अस्पताल खुलने शुूरू हो गए हैं। जो अस्पताल अभी तक नहीं खुल पाए हैं, वे इस पर विचार कर रहे हैं। यह प्रदेश में मरीजों की चिकित्सा के लिए अच्छा संकेत हैं। शारीरिक दूरी के नियम का अनुपालन कर तथा टेलीफोन पर नंबर लेकर डाक्टर के पास मरीज अपना इलाज करा सकते हैं।

नर्स व डाक्टरों को तंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई

स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज के अनुसार उनके पास ऐसी कई शिकायतें आई हैं, जहां डाक्टरों व नर्सों को उनके घरों में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। ऐसी रेजीडेंट वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों के खिलाफ सरकार सख्ती से कार्रवाई करेगी। उन्होंने बताया कि प्रदेश में छह डाक्टरों, नर्स तथा पैरा मेडिकल स्टाफ के सदस्यों को कोरोना पाजिटिव हो गया था, जिसमें से दो ठीक हो चुके हैं। बाकी का इलाज चल रहा है।  

पंचकूला के दफ्तर चंडीगढ़ में कर्फ्यू के बाद खुलेंगे

गृह मंत्री के नाते अनिल विज ने कहा कि चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगा हुआ है। पंचकूला में हरियाणा सरकार के दफ्तरों में काम करने वाले कर्मचारियों को चंडीगढ़ से होकर गुजरना पड़ेगा। चंडीगढ़ में भी सरकार के काफी दफ्तर हैं। इसलिए जितने लोगों व कर्मचारियों को जाने की अनुमति चंडीगढ़ प्रशासन देगा, उन्हें ही कार्यालयों में जाने दिया जाएगा। यदि जरूरत पड़ी तो सरकार पंचकूला के अपने कार्यालय कर्फ्यू की अवधि खत्म होने के बाद ही खोलेगी।

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