हरियाणा सरकार का बड़ा फैसला, कोरोना से सफाई कर्मचारियों की मौत पर परिवार को 20 लाख रुपये मुआवजा
हरियाणा सरकार ने बड़ा फैसला किया है। राज्य में सफाई कर्मचारियों की कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट आने से मौत होने पर उनके परिवार को 20 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। राज्य के गृह स्वास्थ्य और शहरी निकाय मंत्री अनिल विज ने यह घोषणा की है।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा सरकार ने सफाई कर्मचारियों के लिए बड़ा फैसला किया है। राज्य के गृह, स्वास्थ्य और शहरी निकाय मंत्री अनिल विज ने कहा कि कोरोना ड्यूटी के दौरान यदि किसी सफाई कर्मचारी की महामारी से मौत हो जाती है तो उसके आश्रितों को 20 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा। प्रदेश सरकार ने महामारी से डाक्टरों की मौत पर 50 लाख रुपये और पुलिस कर्मियों की मौत पर 30 लाख रुपये मुआवजे की घोषणा पहले ही कर रखी है। राज्य सरकार के इस कदम से सफाई कर्मचारियों के परिवारों को बड़ी राहत मिलेगी।
राज्य सरकार सफाई कर्मचारियों को दे चुकी है काेरोना वारियर्स का दर्जा
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री अनिल विज ने शनिवार को कहा कि 20 लाख रुपये की आर्थिक सहायता सफाई कर्मचारियों को राहत देने का काम करेगी। वह अपने काम को पूरे मनोबल से पूरा कर सकेंगे। सफाई कर्मचारियों को कोरोना वारियर्स का दर्जा पहले ही दिया जा चुका है।
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बगैर सुरक्षा उपकरण अंतिम संस्कार नहीं करेंगे ग्रामीण सफाई कर्मचारी
दूसरी ओर, प्रदेश भर के करीब 11 हजार ग्रामीण सफाई कर्मियों ने चेतावनी दी है कि अगर 27 मई तक 50 लाख रुपये का बीमा कवरेज व दाह संस्कार के लिए दो हजार रुपये नहीं दिए तो कोविड सेंटरों की देखभाल नहीं करेंग और न ही मृतकों के शवों का अंतिम संस्कार करेंगे। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन हरियाणा (सीटू) की वर्चुअल बैठक में यह निर्णय लिया गया।
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यूनियन के प्रदेश प्रधान देवीराम ने कहा कि कई बार मसला उठाने के बावजूद ग्रामीण सफाई कर्मचारियों को कोरोना से बचाव के लिए मास्क, दस्ताने, सेनेटाइजर व पीपीई किट उपलब्ध नहीं कराई गई है। यूनियन नेताओं ने कहा कि ग्रामीण सफाई कर्मचारी 26 मई को अपने-अपने गांवों में काला दिवस मनाते हुए विरोध प्रदर्शन करेंगे। अगर 26 मई तक मांग पूरी नहीं हुई तो 27 मई से गांवों में साफ-सफाई के अलावा कोविड केयर सेंटर की देखरेख और दाह संस्कार जैसी बेगार का बहिष्कार करेंगे।
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