बरसात के बाद बढ़ी ठंड, घरों में दुबके लोग
बुधवार रात से बरसात शुरू हो गई थी, जोकि वीरवार को भी जारी रही।
जागरण संवाददाता, पंचकूला : जिले में बुधवार रात से बरसात शुरू हो गई थी, जोकि वीरवार को भी जारी रही। पंचकूला में बरसात के साथ जमकर ओलावृष्टि हुई। बरसात के बाद ठंड बढ़ने के कारण लोग घरों में दुबके रहे। सड़कों पर आम दिनों के मुकाबले बहुत कम वाहन देखने को मिले। ऑफिस एवं स्कूल जाने वाले ही घरों से निकले। सुबह लोग दफ्तर भी देरी से पहुंचे। मूसलाधार बरसात के बाद भी पहली बार ऐसा हुआ कि पंचकूला की सड़कों पर कहीं पर भी पानी नहीं भरा और ट्रैफिक भी बिल्कुल आराम से चलता रहा। सेक्टर-19 का तो बुरा ही हाल हो जाता था। परंतु नगर निगम प्रशासक राजेश जोगपाल ने वीरवार सुबह 7 बजे ही निगम स्टाफ को फील्ड में भेज दिया था और निर्देश दिए थे कि यदि कहीं पर भी पानी जमा हो, तो उसे तुरंत प्रभाव से निकाल दिया जाए। परंतु ऐसी नौबत नहीं आई। नगर निगम के कर्मचारियों द्वारा सभी रोड गली की रोजाना साफ की जाती है, जिसके चलते पानी आसानी से सीवरेज के जरिये निकल गया। सेक्टर-19 की समस्या को हल करने के लिए पहले ही बोरबेल बनाए जा चुके हैं। प्रशासक राजेश जोगपाल ने बताया कि सेक्टर-19 की समस्या सबसे गंभीर थी, जिसके चलते यहां पर बोरबेल बनवा दिए गए थे। सेक्टर-19 में हालात होते थे खराब
इसके अलावा बलटाना का पानी भी सेक्टर-19 पुरानी हाउ¨सग बोर्ड एवं हुडा मकानों में घुस जाता था। पुरानी हाउ¨सग बोर्ड कॉलोनी के पास बलटाना से आने वाले पानी को रोकने के लिए पेवर लगवा दिए गए और गली को जाने वाले पानी को रोकने के लिए ऊंचा धड़ा बनवा दिया था। अब गलियों में पानी नहीं घुसता। यदि फिर भी समस्या आती है, तो फायर बिग्रेड की गाडि़यां हमेशा पानी निकालने के लिए तैनात रही है। शहर का डेवलपमेंट ही मेरा फोकस
राजेश जोगपाल ने कहा कि शहर का डेवलपमेंट करना ही मेरा एजेंडा है और यह काम किसी भी हालत में नहीं रुकेंगे। वहीं, बरसात एवं घनघोर बादलों के चलते सड़कों पर अंधेरा छा गया था, इसलिए एहतियात के तौर पर कुछ मुख्य मार्गों पर स्ट्रीट लाइटें भी जगा दी थी।