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हरियाणा में मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने CM को सौंपा जजपा विधायक का नाम

हरियाणा में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने सीएम को जेजेपी विधायक का नाम सौंप दिया है। साथ ही दुष्यंत चौटाला चाहते हैं कि राज्य में चेयरमैनों की नियुक्ति भी विस्तार के साथ ही हो।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Fri, 09 Apr 2021 05:40 PM (IST)Updated: Fri, 09 Apr 2021 05:40 PM (IST)
हरियाणा में मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद, उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने CM को सौंपा जजपा विधायक का नाम
हरियाणा के डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला की फाइल फोटो।

जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच भाजपा की सहयोगी जननायक जनता पार्टी ने अपनी ओर से मंत्री बनाने के लिए एक विधायक का नाम मुख्यमंत्री मनोहर लाल को सौंप दिया है। डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला चाहते हैं कि मंत्रिमंडल विस्तार जल्द हो और विभिन्न बोर्ड एवं निगमों के चेयरमैन भी उसके साथ ही बनाए जाएं। दुष्यंत ने इस बात को स्वीकार किया कि समुचित वार्डबंदी के अभाव में इस बार पंचायत चुनाव में देरी हो सकती है।

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चंडीगढ़ स्थित अपने निवास पर चुनिंदा मीडिया कर्मियों से बातचीत में दुष्यंत चौटाला ने कहा कि हम मंत्रिमंडल विस्तार के लिए तैयार हैं। इसे होना भी चाहिए, लेकिन कब होगा, यह भाजपा को तय करना है। हमारी तरफ से जिस विधायक को मंत्री बनाया जाना है, उसका नाम दिया जा चुका है। हम तो यह भी चाहते हैं कि सरकार को बोर्ड एवं निगमों के चेयरमैन भी मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही बना देने चाहिए। इसके लिए मुख्यमंत्री से अनुरोध किया जाएगा।

प्रदेश में ऐलनाबाद व कालका उपचुनाव से जुड़े सवाल पर दुष्यंत चौटाला ने कहा कि दोनों विधानसभा क्षेत्रों के चुनाव जुलाई-अगस्त में संभावित हैं। इन चुनाव को भाजपा व जजपा मिलकर लड़ेंगे। इसकी तैयारी की जा रही है। कौन सी सीट पर कौन पार्टी लड़ेगी, इसका फैसला दोनों दलों की संयुक्त बैठक में होगा। पंचायत चुनाव में देरी की बात स्वीकार करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि सभी जिला उपायुक्तों को एक पत्र लिखा गया है, जिसमें उन्हें एक माह में समस्त वार्डबंदी पूरी कर लेने को कहा गया है।

वार्डबंदी के बाद यह रिपोर्ट सरकार के पास पहुंचेगी। अभी नई पंचायतों की वार्डबंदी होनी है। आरक्षित वार्डों में भी बदलाव किया जाना है। इसलिए चुनाव में समय लगना स्वाभाविक है? क्या यह मान लिया जाए कि चुनाव जून में होंगे? इस सवाल के जवाब में दुष्यंत ने कहा कि मानने को कुछ भी माना जा सकता है, लेकिन मुझे लगता है कि वह मौसम सिर की चोटी में पसीना आने वाला होगा। यानी उस समय बहुत अधिक गर्मी पड़ रही होगी।


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