भाजपा के राज्यसभा सदस्य बीरेंद्र सिंह का इस्तीफा मंजूर, अगस्त 2022 तक था कार्यकाल
भाजपा के राज्यसभा सदस्य चौधरी बीरेंद्र सिंह का इस्तीफा मंजूर हो गया है। बीरेंद्र सिंह ने कुछ माह पूर्व राज्यसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा दिया था।
जेएनएन, चंडीगढ़। भाजपा के राज्यसभा सदस्य चौधरी बीरेंद्र सिंह का इस्तीफा मंजूर हो गया है। बीरेंद्र सिंह ने कुछ माह पूर्व राज्यसभा की सदस्यता से अपना इस्तीफा दिया था, जिसे गत सायं राज्यसभा के पदेन सभापति ने मंजूर कर दिया। राज्यसभा सचिवालय ने इसकी अधिसूचना जारी कर दी है। बीरेंद्र सिंह का कार्यकाल अगस्त 2022 तक था, लेकिन उनके इस्तीफे के बाद अब रिक्त घोषित की गई राज्यसभा सीट के लिए उपचुनाव होगा।
बता दें, विधानसभा चुनाव में उचाना से पत्नी प्रेमलता की करारी हार के बाद बीरेंद्र सिंह ने उपराष्ट्रपति व राज्यसभा सभापति एम वेंकैया नायडू को इस्तीफा सौंपा था। हालांकि बीरेंद्र सिंह ने लोकसभा चुनाव से ऐन पहले भी बेटे बृजेंद्र सिंह को टिकट दिलाने के लिए राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था, लेकिन तब उन्होंने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को इस्तीफा सौंपा था। बीरेंद्र सिंह का इस्तीफा मंजूर होने से परिवार में अब सिर्फ उनके बेटे बृजेंद्र सिंह लोकसभा सांसद रह गए हैं।
उल्लेखनीय है कि विधानसभा चुनाव के दौरान उनकी प्रेमलता को उचाना से दोबारा टिकट देने पर काफी बवाल हुआ था। तब कई सांसदों व अन्य नेताओं ने परिवारवाद का आरोप लगाते हुए कहा कि एक ही परिवार से तीन सदस्य विधानसभा, राज्यसभा और लोकसभा में कैसे हो सकते हैं। विरोध के बावजूद प्रेमलता को सीटिंग एमएलए होने के कारण चुनाव में टिकट दे दिया गया था, लेकिन प्रेमलता को जजपा प्रत्याशी दुष्यंत चौटाला ने 47,452 वोटों के बड़े अंतर से हराया था।
बता दें, चौधरी बीरेंद्र सिंह तेजतर्रार नेता माने जाते हैं। अपने बयानोंं से अक्सर व चर्चाओं में रहते हैं। भाजपा में रहते हुए भी वह कई बार पार्टी से अलग लाइन पर बात करते नजर आते हैं। जेजेपी से गठबंधन के समय उन्होंने कहा था कि यदि भाजपा व जजपा गठबंधन के नेता दिल के बजाय दिमाग से काम लेंगे तो सरकार अपना पांच साल पूरा करेगी।
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