हरियाणा सीएम मनोहर बोले- हुड्डा हर छह माह में लाएं अविश्वास प्रस्ताव, लेखा-जोखा देने में अच्छा लगेगा
Haryana No Confidence Motion हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कांग्रेस द्वारा विधानसभा में लाए गए अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान कहा कि हुड्डा हर छह माह पर अविश्वास प्रस्ताव लाते रहें। इससे लेखा-जोखा देने में मुझे अच्छा लगेगा।
चंडीगढ़, जेएनएन। Haryana No Confidence Motion: हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कांग्रेस के अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा पर जमकर सियासी हमले किए। मनोहरलाल ने कहा कि हुडृडा की सत्ता हासिल करने की इच्छा मृगतृष्णा की तरह है। उन्हें पानी नहीं बल्कि मिलना रेत ही है। कांग्रेस लंबे समय से मृगतृष्णा में जी रही हैं। हमें विपक्ष का विश्वास हासिल करने की बजाय जनता के विश्वास में भरोसा है और वह हमारे साथ है। हुड्डा हर छह माह पर अविश्वास प्रस्ताव लाते रहें, हमें अपना लेखा-जोखा देकर अच्छा लगेगा।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा में पूर्व सीएम हुड्डा पर किए कड़े राजनीतिक हमले
इस दौरान सीएम मनोहर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर भीनिशाना साधा। मनोहर लाल ने कहा कि उन्हें (राहुल गांधी) को उत्तर भारत के लोगों पर भी विश्वास नहीं है। वह केरल में जाकर उत्तर भारत के लोगों की आलोचना करते हैं, उनकी समझ पर सवाल उठाते हैं। दरअसल अविश्वास कांग्रेस नेताओं के खून में है।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने विधानसभा में कहा कि कम से कम मुझे इस अविश्वास प्रस्ताव के बहाने अपनी सरकार का लेखा-जोखा पेश करने का मौका मिला। मैं तो चाहूंगा कि हर छह महीने में यह अविश्वास प्रस्ताव लाया जाए, ताकि मैं समय-समय पर पूरे प्रदेश को हिसाब किताब देता रहूं। हालांकि यह तय है कि हमें विपक्ष का विश्वास नहीं मिलेगा। हमें विपक्ष के विश्वास की जरूरत ही नहीं है। हमें जनता का विश्वास चाहिए।
सीएम का कांग्रेस पर तंज, कहा- हरियाणा में हुड्डा, सैलजा और सुरजेवाला के बीच विश्वास नहीं
सदन में मनोहरलाले ने शेर भी पढ़ा। कहा- 'मुखालफत से मेरी शख्सियत संवरती है, मैं दुश्मनों का बड़ा एहतराम करता हूं....।' मनोहर लाल ने कहा कि अविश्वास कांग्रेस की पुरानी संस्कृति है। मेरे पास खबर आई है कि पीसी चाको कांग्रेस छोड़ गए हैं। उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर अविश्वास जता दिया। यही अविश्वास हुड्डा और सैलजा, हुड्डा और सुरजेवाला के बीच है। लोकतंत्र में आलोचना करना उचित है, लेकिन उसे किसी बड़े लेवल तक लेकर जाना गलत है। किसानों के प्रति कांग्रेसियों के मन में भी और हमारे मन में भी प्रेम है। ऐसा नहीं है कि हम किसान हितैषी नहीं हैं।
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपनी सवा साल की सरकार के कार्यकाल का हिसाब किताब दिया। उन्होंने कहा कि किसानों के अलावा भी हमने अच्छे काम किए हैं। प्रधानमंत्री ने स्वच्छता अभियान चलाया। कांग्रेस को अच्छा नहीं लगा। चुनाव के समय आपको ईवीएम पर अविश्वास हो जाता है। जहां कांग्रेस चुनाव जीत जाती है, तब उन्हें ईवीएम पर विश्वास होने लगता है। दुश्मन के विरुद्ध हुए सर्जिकल स्ट्राइक पर भी कांग्रेस को विश्वास नहीं होता। कांग्रेस की कल्पनाओं का कोई आधार नहीं है। कुछ दिन बाद वह कहेंगे कि हमें मंगल ग्रह पर प्लाट दे दो और नहीं मिला तो सरकार के विरुद्ध अविश्वास ले आएंगे। कोरोना वैक्सीन पर भी कांग्रेस को विश्वास नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस अविश्वास प्रस्ताव लेकर आई। उसे सोचना चाहिए था। यह बात वह ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के जरिये भी ला सकती थी, लेकिन हाल है - पल्ले नहीं दाने, अम्मा चली भुनाने। उन्होंने कहा कि हमने राज्य की सभी 90 विधानसभा क्षेत्रों में समान रूप से विकास कार्य किए। सीएम की घोषणाएं कोई पहले पूरी होती है और कोई बाद में। ऐसा बड़ा मुद्दा नहीं है, लेकिन कांग्रेस ने इसे भी मुद्दा बनाया है। अच्छा तभी है, जब विपक्ष सरकार के अच्छे कामों की भी प्रशंसा करे। जनता के साथ हमारा विश्वास बना हुआ है। विपक्ष को बेवजह भाव नहीं खाना चाहिए वरना उनका यह हाल होगा कि बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना।
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