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हुड्डा ने नई आबकारी नीति पर उठाए सवाल, कहा-शहरों में भी ठेके पर पाबंदी का हो प्रावधान

पूर्व सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने सरकार की नई आबकारी नी‍ति पर सवाल उठाए हैं। उन्‍होंने कहा कि गांवों की तरह शहरों के वार्डों में भी शराब ठेके खोलने पर राेक का प्रावधान हाे।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Sun, 23 Feb 2020 10:33 AM (IST)Updated: Sun, 23 Feb 2020 10:33 AM (IST)
हुड्डा ने नई आबकारी नीति पर उठाए सवाल, कहा-शहरों में भी ठेके पर पाबंदी का हो प्रावधान
हुड्डा ने नई आबकारी नीति पर उठाए सवाल, कहा-शहरों में भी ठेके पर पाबंदी का हो प्रावधान

नई दिल्ली, जेएनएन। हरियाणा सरकार की नई आबकारी नीति को लेकर राजनीति गर्मा गई है। कई नेताओं ने कुछ प्रावधानाें का विरोध किया है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला ने घरों में शराब रखने के लाइसेंस देने पर विरोध जताया है। कांग्रेस के कई नेताओं ने भी नई आबकारी नीति पर सवाल खड़े कर दिए हैं। पूर्व मुख्यमंत्री और हरियाणा विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आबकारी नीति को लेकर आपत्ति जताई है।

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भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने आबकारी नीति को भेदभाव पूर्ण बताया। उन्‍होंने कहा कि गांवों की तरह शहरों में भी शराब ठेके खोलने से रोक की इसमें प्रावधान होना चाहिए। हुड्डा ने कहा कि जिस तरह गांवों में ग्राम सभा की दस फीसद हाजिरी के प्रस्ताव पर गांवों में शराब के ठेके खोलने पर प्रतिबंध लगाया गया है उसी तरह शहरों के लिए भी नीति बननी चाहिए थी। शहरों में भी यदि एक वार्ड के दस फीसद लोग यह लिखकर दे देते हैं कि उन्हें उनके क्षेत्र में शराब का ठेका नहीं चाहिए तो वहां ठेका नहीं खुलना चाहिए।

कहा, गांवों की तरह शहरों के वार्डों के लिए भी बने शराब के ठेके नहीं खोलने की नीति

हुड्डा ने कहा कि जिस तरह भाजपा सरकार ने शराब के ठेकों की संख्या बढ़ाने वाली यह आबकारी नीति जारी की है उससे शहरी क्षेत्र के लोग भी काफी परेशान हैं। शहरों में स्कूल, कॉलेज और धार्मिक स्थलों के नजदीक भी शराब के ठेके खुल रहे हैं। रिहायशी क्षेत्रों में शराब के ठेके खोलने की बजाए ये वाणिज्यिक स्थलों में ही होने चाहिए।

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उन्‍होंने कहा कि रिहायशी भवनों में अवैध रूप से विकसित वाणिज्यिक स्थलों में भी शराब के ठेके नहीं होने चाहिए। इसके अलावा गांवा और शहर के जो लोग ठेका खोलने के खिलाफ प्रस्ताव नहीं दे पाए हैं, उन्हें भी यह छूट मिलनी चाहिए कि वे ठेका खुलने के बाद भी उसे बंद या शिफ्ट करवा सकें। हुड्डा ने कहा कि वह इस नीति के खिलाफ विधानसभा में भी अपनी बात रखेंगे।

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