भारत भूषण भारती का कार्यकाल खत्म, भोपाल सिंह होंगे हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन
भोपाल सिंह हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) के नए चेयरमैन होंगे। भारत भूषण भारती का कार्यकाल खत्म होने के कारण उन्हें यह जिम्मेदारी दी गई है। इससे पहले भोपाल सिंह हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग में सदस्य थे ।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने राज्य कर्मचारी चयन आयोग (Haryana staff selection commission) का पूरा ढांचा बदल दिया है। बीते छह सालों में तीन-तीन वर्ष तक दो बार चेयरमैन रह चुके भारत भूषण भारती को तीसरी बार हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग के चेयरमैन का पद नहीं मिल पाया है। भारती के स्थान पर आयोग के सदस्य रहे भोपाल सिंह को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग का नया चेयरमैन नियुक्त किया गया है। उनकी नियुक्ति तीन साल के लिए हुई है।
हरियाणा सरकार ने राज्य कर्मचारी चयन आयोग में सदस्यों की संख्या 11 से घटाकर सात कर दी है। अब आयोग में एक चेयरमैन और छह सदस्य होंगे। भारत भूषण भारती और उनके साथ काम करने वाले बाकी पांच सदस्यों नीलम अवस्थी, प्रदीप जैन, अमरनाथ सौदा, विजयपाल सिंह और भोपाल सिंह का कार्यकाल 24 मार्च को पूरा हो रहा है। भोपाल सिंह को छोड़कर बाकी किसी को आयोग में नया दायित्व नहीं मिला है।
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सरकार ने भोपाल सिंह को सीधे चेयरमैन नियुक्त कर दिया है। मौजूदा प्रविधानों के अनुसार चेयरमैन 68 वर्ष की आयु तक और सदस्य 65 वर्ष की आयु तक ही आयोग में रह सकते हैं। भोपाल सिंह की टीम में सदस्य के तौर पर पांच नई नियुक्तियां की गई हैं। इनमें मोहाली के न्यू चंडीगढ़ निवासी कंवलजीत सैनी, चरखी दादरी के विजय कुमार, पानीपत जिले के मतलौडा के सत्यवान शेरा, सोनीपत के रतनगढ़ निवासी विकास दहिया और हांसी के सचिन जैन शामिल हैं।
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मुख्य सचिव विजयवर्धन की ओर से नई नियुक्तियों के संबंध में अधिसूचना जारी हो चुकी है। भोपाल सिंह यमुनानगर जिले की छछरौली तहसील में पड़ने वाले गांव खदरी के रहने वाले हैं तथा किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की पृष्ठभूमि वाले भोपाल सिंह उच्च शिक्षित व साधारण व्यक्तित्व बताए जाते हैं। आठ विषयों में एमए के साथ-साथ वह विधि स्नातक भी हैं। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ तथा मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भरोसेमंद लोगों में भोपाल सिंह की गिनती होती है। उनकी अपने ग्रामीण इलाके में भूतपूर्व सरपंच भोपाल सिंह के नाम से पहचान है। वह केंद्रीय राज्य मंत्री रतनलाल कटारिया के सचिव भी रह चुके हैं।
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पिछले वर्ष अपने बेटे की शादी में मात्र एक रुपया शगुन लेकर दहेज रहित शादी करने के कारण उनको राष्ट्रीय स्तर पर पहचान मिली थी।बाक्स इस तरह से मिलता रहा पुराने सदस्यों को सेवा विस्तार जुलाई, 2016 में भाजपा सरकार द्वारा आयोग के सदस्यों की संख्या को तत्कालीन नौ से बढ़ाकर 11 किया गया था, जिसके बाद डा. एचएम भारद्धाज, राजबाला सिंह, प्रदीप जैन, सुरेंद्र कुमार और डा. हंसराज यादव की सदस्य के तौर पर तीन वर्षों के लिए नियुक्तियां की गई थी।
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तीन वर्ष पूर्व मार्च 2018 में चेयरमैन भारती को तीन वर्षों का दूसरा कार्यकाल प्रदान किया गया, परंतु उनके साथ मार्च 2015 में नियुक्त पांच अन्य सदस्यों का कार्यकाल केवल सवा वर्ष बढ़ाकर 11 जुलाई 2019 तक किया गया था। इसके बाद जुलाई 2019 में उनमें से केवल पांच को ही एक वर्ष कार्यकाल का विस्तार दिया गया, जिसे जुलाई 2020 में फिर नौ माह के लिए बढ़ाया गया था, जो अब खत्म हो गया है।