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संभल कर रहें, हरियाणा में त्योहारी सीजन में कोरोना वायरस का संक्रमण बढऩे का खतरा

हरियाणा मेें सावधान और संभल कर रहें। त्‍योहारी सीजन में कोरोना वायरस कोविड-19 का संक्रमण बढ़ सकता है। राज्‍य में कोरोना संक्रमण किसान आंदोलन और प्रदर्शन सहित अन्‍य गतिवधियों से भी बढने का खतरा है। ऐसे में सावधानी बेहद जरूरी है।

By Sunil Kumar JhaEdited By: Published: Thu, 24 Sep 2020 10:36 AM (IST)Updated: Thu, 24 Sep 2020 10:36 AM (IST)
संभल कर रहें, हरियाणा में त्योहारी सीजन में कोरोना वायरस का संक्रमण बढऩे का खतरा
त्‍योहारी सीजन में काेरोना का संक्रमण बढने का खतरा है। (फाइल फोटो)

चंडीगढ़, जेएनएन। सतर्क हो जाए्ं, त्‍योहारी सीजन में कोराेना वायरस Covid -19 का संक्रमण और बढ़ने का खतरा है। ऐसे में थोड़ी सी भी लापरवाही आपको जीवन काे खतरे में डाल सकता है। इसके साथ ही हरियाणा में आर्थिक व औद्योगिक गतिविधियों के बढ़ने, श्रमिकों की वापसी और किसान आंदोलन से कोरोना वायरस के मामले बढऩे का खतरा मंडराने लगा है। केंद्रीय गृह सचिव अजय कुमार भल्ला ने मौजूदा इंतजामों पर संतोष जताते हुए त्योहारी सीजन में और अधिक सतर्कता से काम करने के निर्देश दिए हैं।

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आर्थिक गतिविधियों के बढ़ने, श्रमिकों की वापसी और किसान आंदोलन से बढ़े पॉजिटिव केस

केंद्रीय गृह सचिव मंगलवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में कोविड-19 की स्थिति से निपटने के इंतजामों की समीक्षा कर रहे थे। बैठक में हरियाणा  की मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा और स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए उठाए कदमों की जानकारी दी। मुख्य सचिव ने कहा कि प्रदेश में आरटी-पीसीआर टेस्टिंग एवं रैपिड एंटिजन टेस्टिंग पर फोकस किया गया है। इससे राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले जिलों की स्थिति मेें सुधार हो रहा है।

केंद्रीय गृह सचिव ने हरियाणा के इंतजामों को सराहा, एनसीआर में पड़ते जिलों की समीक्षा

स्वास्थ्य विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा ने बताया कि प्रदेश में प्रत्येक दस लाख लोगों पर 68 हजार 244 की जांच कराई जा रही, जबकि एनसीआर के जिलों में यह दर एक लाख चार हजार 423 है। इसी तरह कोरोना मामलों की दर 6.31 प्रतिशत और रिकवरी रेट 84.52 प्रतिशत व संक्रमितों की मृत्यु दर 0.91 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि कोरोना से निपटने के लिए डोर-टू-डोर सर्वेक्षण कराया जा रहा है। निगरानी के लिए मोबाइल स्वास्थ्य टीमों को लगाया गया है।

राजीव अरोड़ा ने बताया कि मरीजों के नमूने एकत्र करने के लिए फ्लू क्लीनिक की संख्या में वृद्धि की गई है। इसके अलावा नमूने एकत्र करने के लिए आयुष डॉक्टरों को भी लगाया गया है। उन्होंने बताया कि होम आइसोलेशन में रहने वाले हल्के लक्षणों वाले मरीजों के लिए प्रोटोकाल विकसित किया गया है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा प्रतिदिन फोन पर स्वास्थ्य संबंधित जानकारी ली जा रही है।

इसके साथ ही वैकल्पिक दिन पर होम आइसोलेशन मे रहने वालेे मरीजों के स्वास्थ्य की निगरानी के लिए टीमों द्वारा दौरा भी किया जा रहा है। प्रत्येक मेडिकल कॉलेज व कोविड केयर सेंटर के बेड के साथ ऑक्सीजन सिलेंडर सुविधा दी गई है। कोरोना वायरस के मामलों से निपटने के लिए साप्ताहिक रणनीति तैयार की जा रही है।

बैठक में गृह एवं राजस्व और आपदा प्रबंधन विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव विजयवर्धन, चिकित्सा शिक्षा और अनुसंधान विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव आलोक निगम, राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में आने वाले पांच जिलों के उपायुक्त, हरियाणा स्वास्थ्य प्रोटेक्शन आथॉरिटी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार मीणा ने अपनी बात रखी।


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