तो अनिल विज- दुष्यंत चौटाला हुए एकजुट, गृहमंत्री बोले- हम दोनों मिलकर खत्म करेंगे भ्रष्टाचार
हरियाणा के गृहमंत्री अनिल विज और उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के बीच तनातनी समाप्त हो गई है। विज ने कहा है कि वह और दुष्यंत दोनों भ्रष्टाचार समाप्त करना चाहते हैं।
चंडीगढ़, जेएनएन। हरियाणा में शराब घोटाले की जांच विजिलेंस को सौंपने के बाद गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने बड़ा राजनीतिक और कूटनीतिक बयान दिया है। विज ने कहा कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला और मैं स्वयं दोनों ही प्रदेश से भ्रष्टाचार खत्म करना चाहते हैं। हम दोनों ने प्रदेश से भ्रष्टाचार को खत्म करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। शराब घोटाले की जांच सरकार ने करवाई है, जिस पर मुख्यमंत्री अपनी संस्तुति दे चुके हैं।
शराब व रजिस्ट्री मामले में कार्रवाई के बाद गृह मंत्री अनिल विज का कूटनीतिक बयान
गृह मंत्री अनिल विज के इस बयान के बाद हरियाणा के राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह के अंदाजे शुरू हो गए हैं। दुष्यंत चौटाला की जजपा सरकार में भाजपा के साथ साझीदार नहीं हुई थी, तो दवाइयों की खरीद घोटाले पर विज और दुष्यंत के बीच काफी तनातनी हो गई थी। दोनों एक दूसरे के खिलाफ कानूनी कार्रवाई तक करने को तैयार हो गए थे। गठबंधन की सरकार बनने के बाद काफी दिनों तक विज और दुष्यंत ठीक-ठीक चलते रहे, लेकिन शराब व रजिस्ट्री घोटाले में विपक्ष ने सरकार पर गंभीर आरोप जड़े।
विजिलेंस जांच में आबकारी व पुलिस विभाग दोनों की कार्यप्रणाली को शामिल किया जाए
शराब घोटाले की जांच विजिलेंस से कराने की विज की सिफारिश के बाद दुष्यंत ने एसईटी की रिपोर्ट को खारिज तक कर दिया था। अब जांच विजिलेंस को सौंपी जा चुकी है, जबकि दुष्यंत स्वयं 26 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस दिलवा चुके हैं। रजिस्ट्री की अनियमितताओं के मामले में सात अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है। ऐसे में अब विज ने बयान दिया है कि दुष्यंत और मेरे बीच किसी तरह का मतभेद नहीं है और हम दोनों ही भ्रष्टाचार को खत्म करने की प्रक्रिया में जुटे हुए हैं। ऐसी ही बात कुछ दिन पहले दुष्यंत ने कही थी और बोला था कि मेरा विज से कोई मनभेद नहीं है।
विज ने एक सवाल के जवाब में कहा कि एसईटी ने शराब की बिक्री के मामले में जिस भी विभाग (आबकारी व पुलिस) की लचर कार्य प्रणाली का जिक्र किया है, उन सभी की जांच होनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा था कि स्टेट इंटेलिजेंस ब्यूरो इसकी जांच करेगा। मुख्यमंत्री ने उनकी सभी पांच सिफारिशों को माना है। अब चीफ सेक्रेटरी ने स्टेट विजिलेंस को मामले में जांच के लिए पत्र लिख दिया है और विजिलेंस हर महीने जांच की प्रोग्रेस रिपोर्ट सरकार को बताएगी।
हरियाणा में कानून व्यवस्था पर पूर्व सीएम हुड्डा द्वारा सवाल खड़ा करने पर विज ने कहा कि विपक्ष का काम रोना होता है और बदस्तूर हुड्डा रोते रहते हैं। विज ने कहा प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह नियंत्रित है और प्रदेश में अगर घटनाएं हो रही हैं तो हर केस पर कार्रवाई हो रही है। हुड्डा काल में तो लोगों को एफआइआर तक दर्ज कराने में आत्मदाह करना पड़ता था।