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हरियाणा के शीतकालीन सत्र के बाद बड़ी रैली कर ऐलनाबाद को सौगात देंगे मुख्यमंत्री मनोहर लाल

हरियाणा के शीतकालीन सत्र के बाद सीएम मनोहर लाल ऐलनाबाद में बड़ी रैली कर सकते हैं। रैली के दौरान ऐलनाबाद के लिए कई विकास परियोजनाओं की सौगात मिल सकती है। भाजपा ने उपचुनाव में जनता से वादा किया था।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Sun, 19 Dec 2021 04:34 PM (IST)Updated: Mon, 20 Dec 2021 09:36 AM (IST)
हरियाणा के शीतकालीन सत्र के बाद बड़ी रैली कर ऐलनाबाद को सौगात देंगे मुख्यमंत्री मनोहर लाल
हरियाणा के सीएम मनोहर लाल की फाइल फोटो।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के शीतकालीन सत्र के बाद मुख्यमंत्री मनोहर लाल सिरसा जिले के ऐलनाबाद में एक बड़ी रैली कर सकते हैं। इस रैली के जरिये मुख्यमंत्री जहां भाजपा-जजपा-हलोपा गठबंधन के उम्मीदवार गोबिंद कांडा को मिले व्यापक जनसमर्थन के लिए जनता का आभार जताएंगे, वहीं ऐलनाबाद के विकास की कई बड़ी घोषणाएं कर सकते हैं।

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उपचुनाव के दौरान भाजपा ने ऐलनाबाद की जनता से कई वादे किए थे। भले ही गठबंधन बहुत कम मतों से चुनाव हार गया, लेकिन मुख्यमंत्री ने यहां की जनता के साथ किए वादों को पूरा करने की पहल की है। ऐलनाबाद उपचुनाव के नतीजों की धमक भाजपा हाईकमान के कानों तक भी पहुंची है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ऐलनाबाद का उपचुनाव दमदार तरीके से लड़ने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल, हरियाणा सार्वजनिक उपक्रम ब्यूरो के चेयरमैन व भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला, मौजूदा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर और हिसार के भाजपा विधायक डा. कमल गुप्ता की पीठ थपथपाई है।

ऐलनाबाद उपचुनाव के नतीजे काफी चौकाने वाले रहे हैं। जिस तरह जींद जिले में कभी भाजपा का कमल नहीं खिला था, लेकिन पहली बार हुए उपचुनाव में कृष्ण मिढा ने जीत दर्ज कराकर पार्टी नेतृत्व का हौसला बढ़ाया था। ठीक उसी तरह सिरसा जिले में भाजपा का कमल कभी नहीं खिल पाया। ऐलनाबाद उपचुनाव में भाजपा के पास खोने के लिए कुछ भी नहीं था, लेकिन किसान संगठनों के आंदोलन के बावजूद गठबंधन के उम्मीदवार गोबिंद कांडा को मिले व्यापक जनसमर्थन ने भाजपा के लिए यहां भविष्य की राह खोल दी है।

मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ-साथ पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला ने ऐलनाबाद का चुनाव प्रबंधन अपने हाथ में रखा। सुभाष बराला को इस चुनाव का प्रभारी बनाया गया था। किसान संगठनों के आंदोलन के बावजूद बराला ने प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के साथ मिलकर ऐलनाबाद में खूब मेहनत की। उनका चुनाव प्रबंधन गजब का रहा। कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए पंजाबी नेता तरुण भंडारी ने एक के बाद एक कई लोगों को भाजपा ज्वाइन कराई।

पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, विधायक डा. कमल गुप्ता, पूर्व मंत्री विपुल गोयल, पूर्व मीडिया सलाहकार राजीव जैन, पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और मौजूदा मंत्री जेपी दलाल व रणजीत चौटाला ने मुख्यमंत्री से ऐलनाबाद के कल्याण के लिए कई घोषणाएं कराई, जिसके बाद इनेलो उम्मीदवार अभय सिंह चौटाला भले ही चुनाव तो जीत गए, लेकिन उनकी जीत का अंतर बहुत ज्यादा नहीं रहा।

तालमेल बनाने में कामयाब रहे चुनाव प्रभारी बराला

भाजपा के चुनाव प्रभारी सुभाष बराला ने कार्यकर्ताओं के साथ तालमेल बनाते हुए अपनी सहयोगी पार्टी जजपा और हलोपा के मान सम्मान का भी पूरा ख्याल रखा। प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़ के साथ तालमेल बनाते हुए उन्होंने जातीय समीकरणों को ध्यान में रखते हुए जनसभाएं कराई। अब उम्मीद की जा रही है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल जल्द ही ऐलनाबाद हलके में बड़ी रैली करेंगे और इस हलके के विकास की घोषणाएं करते हुए पार्टी को नया टास्क प्रदान करेंगे।


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