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ऐलनाबाद उपचुनाव के बाद हरियाणा कांग्रेस में घमासान, सैलजा ने हुड्डा समर्थक भरत बैनीवाल को भेजा नोटिस

एलनाबाद विधानसभा के उपचुनाव निपट चुके हैं। चुनाव में कांग्रेस को मिली हार के बाद पार्टी में घमासान मचा हुआ है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा कुमारी सैलजा ने भूपेंद्र सिंह हुड्डा समर्थक भरत बैनीवाल को नोटिस भेजा है ।

By Kamlesh BhattEdited By: Published: Tue, 09 Nov 2021 04:16 PM (IST)Updated: Tue, 09 Nov 2021 04:16 PM (IST)
ऐलनाबाद उपचुनाव के बाद हरियाणा कांग्रेस में घमासान, सैलजा ने हुड्डा समर्थक भरत बैनीवाल को भेजा नोटिस
भूपेंद्र सिंह हुड्डा व कुमारी सैलजा की फाइल फोटो।

राज्य ब्यूरो, चंडीगढ़। सिरसा जिले की ऐलनाबाद सीट पर हुए उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार पवन बैनीवाल की जमानत जब्त होने को पार्टी ने गंभीरता से लिया है। हार के कारणों पर मंथन करने में जुटी हरियाणा कांग्रेस की अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने पूर्व विधायक भरत सिंह बैनीवाल को कारण बताओ नोटिस भेजा है। भरत सिंह बैनीवाल ऐलनाबाद से टिकट के प्रबल दावेदार थे। पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा उन्हें टिकट दिलाना चाहते थे, लेकिन कुमारी सैलजा भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए पवन बैनीवाल को टिकट दिलाने में कामयाब हो गई थी। पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश जेपी ने हुड्डा की तरफदारी करते हुए कहा कि पवन बैनीवाल यदि ठीक से चुनाव लड़ते तो जमानत जब्त नहीं होती।

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पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा की ओर से भरत बैनीवाल को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि उन्होंने ऐलनाबाद उपचुनाव में पर्टी विरोधी काम किए हैं। भरत बैनीवाल दड़बाकलां से विधायक रह चुके हैं तथा ऐलनाबाद में दो बार चुनाव हार चुके। भरत बैनीवाल और पवन बैनीवाल आपस में रिश्तेदार हैं। भरत बैनीवाल पर आरोप है कि उन्होंने एक वीडियो में कहा था कि पवन बैनीवाल ऐलनाबाद में तीसरे नंबर पर रहने वाले हैं। चुनाव प्रचार के दौरान भी वह अपने कान का आपरेशन कराने के लिए मोहाली के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती हो गए थे।

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी विवेक बंसल हालांकि खुले तौर पर कह चुके हैं कि ऐलनाबाद में पवन बैनीवाल से सही ढंग से प्रचार नहीं किया, इसलिए वहां पार्टी हारी, लेकिन उनकी जमानत जब्त होगी, इसकी बिल्कुल भी उम्मीद नहीं थी। विवेक बंसल से अलग कुमारी सैलजा ने इशारों ही इशारों में सुई हुड्डा की तरफ घुमाई और हार के कारणों पर मंथन करते हुए रिपोर्ट हाईकमान को सौंपने की बात कही। इससे पहले कि हाईकमान को रिपोर्ट भेजी जाती, भरत सिंह बैनीवाल को कारण बताओ नोटिस थमा दिया गया है। इस नोटिस का जवाब देने की समय अवधि भी पूरी हो चुकी है, लेकिन अभी तक बैनीवाल ने कोई जवाब नहीं भेजा है।

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थकों ने ऐसी सूचनाएं एकत्र की हैं, जिसमें करीब दो दर्जन दलित बाहुल्य गांवों में कांग्रेस को उम्मीद के मुताबिक वोट नहीं मिल पाए। इस रिपोर्ट को हुड्डा समर्थक किसी भी समय सैलजा के विरुद्ध इस्तेमाल कर सकते हैं। कांग्रेस में चल रहे इस घमासान के बीच हुड्डा समर्थक पूर्व केंद्रीय मंत्री जयप्रकाश जेपी ने कहा कि ऐलनाबाद के चुनाव नतीजों से कोई भी खुश नहीं है। हर कोई रुआंसा है। अभय सिंह चौटाला सिरसा जिले के ताऊ देवीलाल का गढ़ कहा करते थे और देसवाली बेल्ट में आकर डींग मारते थे, लेकिन वह जीत के करीब बहुत ही मुश्किल से पहुंच पाए हैं।

जयप्रकश जेपी ने स्वीकार किया कि पवन बैनीवाल ने मेहनत नहीं की और कांग्रेस की जमानत जब्त हो गई। भाजपा-जजपाा-हलोपा ने चुनाव जीतने के लिए हर हथकंडा अपनाया मगर फेल हो गया। जननायक जनता पार्टी के प्रधान महासचिव दिग्विजय सिंह चौटाला ने दलील दी है कि ऐलनाबाद उपचुनाव में बीजेपी-जेजेपी गठबंधन ने लोगों का दिल जीता है। भय और आतंक के खिलाफ जनता ने अपनी वोट की ताकत दिखाई है। किसान के नाम पर राजनीतिक रोटियां सेकने वालों को लोगों ने सबक सिखा दिया। चाचा अभय चौटाला पर हमलावर होते हुए दिग्विजय ने कहा कि खुद को शेर कहने से कोई शेर नहीं बन सकता।


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