तंवर समर्थकों को उम्मीद, खींचतान के बावजूद हरियाणा कांग्रेस में नहीं हाेगा बदलाव
हरियाणा कांग्रेस में खींचतान के बीच अशोक तंवर के समर्थकों का माना है कि खींचतान के बावजूद प्रदेश संगठन में बड़ा बदलाव नहीं होगा।
नई दिल्ली, [बिजेंद्र बंसल]। हरियाणा कांगेस में खींचतान के बावजूद डॉ. अशोक तंवर के समर्थकों का विश्वास़ है कि लोकसभा चुनाव से पहले प्रदेश संगठन में कोई बदलाव नहीं होगा। इन समर्थकों का कहना है कि हरियाणा में कांग्रेस चुनाव डॉ. अशोक तंवर के नेतृत्व में ही लड़ेगी। तंवर को हटाने के लिए पिछले चार साल से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के समर्थक मुहिम चलाते रहे हैं। तंवर समर्थक नेताओं का कहना है बदलाव की तमाम अटकलों पर अब विराम लग जाएगा और पार्टी एकजुट होकर लोकसभा चुनाव की तैयारी जुटेगी।
समर्थक नेताओं ने कहअशोक तंवर ही रहेंगे हरियाणा कांग्रेस के बॉस, लोकसभा चुनाव एकजुट होकर लडेंगे
दूसरी ओर हुड्डा ने कहा कि जिला व ब्लॉक स्तर पर चुनाव तैयारियों के लिए कुछ कमेटियां गठित की जाएंगी। इसके साथ ही पार्टी नेतृत्व पार्टी के प्रदेश संगठन को निर्णय करेगा। बता दें कि पूर्व सीएम हुड्डा और उनके समर्थक करीब 12 विधायक पार्टी नेतृत्व पर लोकसभा चुनाव से पहले हरियाणा कांग्रेस में बदलाव के लिए दबाव डाल रहे हैं। हुड्डा समर्थक विधायकों ने पिछले दिनों दो बार हरियाणा कांग्रेस के नए प्रभारी गुलाम नबी आजाद से मिलकर संगठन में बदलाव करने और हुड्डा को कमान देने की मांग की थी। बताया जाता है कि आजाद ने इन विधायकों को इस बारे में कोई साफ संकेत नहीं दिया।
पत्रकारों से बातचीत करते पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा।
सिर्फ जिला और ब्लॉक स्तर पर लोकसभा चुनाव के मद्देनजर होगा कमेटियों का गठन
इन सबके बीच मंगलवार को पूर्व मुख्यमंत्री हुड्डा ने नई दिल्ली में अपने आवास पर मीडिया बातचीत में कहा कि लोकसभा चुनाव लड़ने के लिए कुछ कार्यकर्ताओं को अस्थायी रूप से जिला संगठन की कमान दी जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश संगठन के बदलाव की चर्चाओं पर कहा कि इस बारे में पार्टी नेतृत्व तय करेगा।
20 फरवरी को होगी कांग्रेस विधायक दल की बैठक
पूर्व सीएम भूपेेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि राज्य विधानसभा के बजट सत्र के लिए अब 20 फरवरी को चंडीगढ़ में सभी विधायकों की बैठक होगी। इसमें बजट सत्र के दौरान सरकार से पिछले साढ़े चार साल के कार्यों का विवरण लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि बजट में कांग्रेस को राज्य की भाजपा सरकार से कोई उम्मीद है। अब तो राज्य की जनता चाहती है कि जल्द विधानसभा चुनाव हों। जनता को पता है कि कांग्रेस के नेतृत्व में नई सरकार ही उनके हितों की रक्षा करेगी।
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अशोक तंवर की बढ़ेगी जिम्मेदारी
उधर, बेशक प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ. अशोक तंवर के समर्थकों के दावे को सही भी मान लें तो तंवर के लिए लोकसभा चुनाव में राह आसान रहनं वाली नहीं है। उनको बड़ी जिम्मेदारी के साथ चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। फिलहाल गुटों में बंटी राज्य कांग्रेस को एक प्लेटफार्म पर खड़ा करने की भी जिम्मेदारी प्रदेश प्रभारी महासचिव गुलाम नबी आजाद की रहेगी। सूत्रों की मानें तो विधायक कुलदीप बिश्नोई अभी भी इस प्रयास में लगे हैं कि राज्य कांग्रेस के संगठन में बदलाव हो।