KMP Express Way पर बसेंगे पांच नए शहर, हरियाणा में रेल व सड़क तंत्र को विकसित करने का एक्शन प्लान तैयार
हरियाणा में रेल व सड़क तंत्र और विकसित होगा। इसके लिए एक्शन प्लान तैयार कर लिया गया है। केएमपी के दोनों तरफ पांच शहर बनाने को लेकर सरकार गंभीर है। यह प्रोजेक्ट विपुल गोयल ने तैयार किया था जिसेे दुष्यंत चौटाला गति देंगे।
जेएनएन, चंडीगढ़। हरियाणा में रेल और सड़क तंत्र को विकसित करने की दिशा में भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने परियोजनाओं को धरातल पर लाने का एक्शन प्लान तैयार किया है। इसके तहत केएमपी एक्सप्रेस वे (KMP Express Way) के दोनों तरफ पांच नए शहर बसाए जाएंगे। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली पिछली भाजपा सरकार में उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री विपुल गोयल ने केएमपी के दोनों तरफ पांच शहर बसाने की योजना तैयार की थी। इस योजना को अब उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री के नाते डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला मुख्यमंत्री की देखरेख में आगे बढ़ाएंगे।
हरियाणा सरकार पलवल से सोनीपत तक आरबिट रेल कारिडोर बनाने तथा कोसली-नारनौल नई रेलवे लाइन के प्रोजेक्ट को भी धरातल पर लाने की दिशा में गंभीर है। सोनीपत, झज्जर, गुरुग्राम, पलवल व (नूंह) मेवात जिले केएमपी एक्सप्रेस वे पर पड़ते हैं। कुंडली-गाजियाबाद-पलवल इस्टर्न पेरीफेरी-वे चालू हो चुका है, जो दिल्ली के बाहर गुरुग्राम की ओर जाने वाले लोगों के लिए एक बड़ी राहत है।
इन परियोजनाओं के पूरा होने से न केवल उत्तरी हरियाणा बल्कि राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भी यातायात दबाव कम हुआ है। इससे गाजियाबाद और नोएडा से जुडकऱ पश्चिमी राज्यों की बंदरगाहों को दक्षिण हरियाणा के गुरुग्राम, फरीदाबाद व पलवल जिलों से तेज गति लिंक उपलब्ध हुआ है। पांच नए शहर बनने से राज्य के औद्योगिक विकास को गति मिल सकेगी।
हरियाणा सरकार के प्रोजेक्ट के मुताबिक दिल्ली मेट्रो का विस्तार गुरुग्राम से मानेसर तक किया जा चुका है। गुरुग्राम को फरीदाबाद के साथ मेट्रो से जोड़ने के प्रस्ताव पर भी तेजी से कार्य चल रहा है। इसका एक्शन प्लान बन चुका है। हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड के नाम से एक संयुक्त उद्यम स्थापित किया गया है, जिसके माध्यम से हरियाणा में सार्वजनिक-निजी भागीदारी (पीपीपी) में विभिन्न रेलवे प्रोजेक्ट क्रियान्वित किए जा रहे हैं। मानव रहित रेलवे फाटकों को बंद करने पर की दिशा में भी सरकार काम कर रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में गठित आर्थिक मामलों की केंद्रीय कैबिनेट कमेटी ने 5617.69 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से पलवल से सोनीपत तक हरियाणा आरबिट रेल कारिडोर की 121.742 किलोमीटर लंबी दोहरी विद्युतीकृत ब्राड गेज लाइन को स्वीकृति प्रदान की थी। अब हरियाणा रेल इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास निगम लिमिटेड ने कैथल शहर की 191.73 करोड़ रुपये की तथा झज्जर-नारनौल नई रेलवे लाइन के व्यवहार्यता अध्ययन करने की दो और नई परियोजनाएं केंद्र सरकार को भेजी हैं।
हरियाणा सरकार चाहती है कि झज्जर से नारनौल के लिए सीधी रेल कनेक्टिविटी उपलब्ध हो और इससे दक्षिण हरियाणा में विकास के नए युग का सूत्रपात होगा। 85 किलोमीटर लंबी यह रेलवे लाइन उत्तर हरियाणा व दक्षिण हरियाणा को जोड़ेगी तथा पश्चिमी डेडिकेटेड फ्रेट कारिडोर और नांगल चौधरी में स्थापित किए जा रहे एकीकृत मल्टी-माडल लाजिस्टिक हब को भी जोड़ेगी।
रोहतक के बाद कैथल हरियाणा का ऐसा दूसरा शहर होगा जहां पर एलिवेटेड रेलवे ट्रैक का निर्माण करवाया जाएगा। 135 किलोमीटर लंबे कुंडली-मानेसर-पलवल एक्सप्रेस वे के छह मार्गी बनने के बाद इस मार्ग के दो किलोमीटर की परिधि के अंदर-अंदर पंचग्राम नाम से पांच नए शहर विकसित किए जाएंगे।