अभय चौटाला ने लगाए भाई अजय पर सनसनीखेज आरोप, हरियाणा की राजनीति में हंगामा
इनेलो नेता अभय चाैटाला ने अपने भाई अजय चौटाला पर बेहद गंभीर और सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। अभय ने कहा कि अजय चौटाला ने पिछले चुनाव में 50-50 लाख में इनेलाे के टिकट बेचे थे।
चंडीगढ़/नई दिल्ली, जेएनएन। चौटला परिवार की कलह रोज नया रूप लेती जा रही है। अब इनेलो नेता अभय चौटाला ने इनेलो से अलग होकर जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) बनाने वाले अपने बड़े भाई डॉ. अजय चौटाला पर सनसनीखेज आराेप लगाए हैं। विधानसभा में विपक्ष के नेता अभय सिंह ने कहा कि अजय चौटाला ने पिछले चुनाव में 50-50 लाख रुपये में इनेलो के टिकट बेचे। इसके साथ ही उन्होंने दुष्यंत चौटाला को हिसार से सांसद बनवाने के लिए कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश धनखड़, कैप्टन अभिमन्यु, विधायक जयप्रकाश और नवीन जिंदल से हाथ मिलाकर पार्टी उम्मीदवारों को हराया।
अभय चौटाला के अारोपों से हरियाणा की राजनीति में हंगामा मच गया है। निर्दलीय विधायक जयप्रकाश ने अभय चौटाला द्वारा लगाए गए आरोप को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि घर की लड़ाई में अभय चौटाला रास्ता भटक गए हैं। जेजेपी मेें भी इससे हंगामा मचने की संभावाना है। इससे इनेलो और जेजेपी नेताअों के बीच घमासान मचेगा।
कहा- अजय ने पिछले चुनाव में 50-50 लाख रुपये मेें बेचha फतेहाबाद, अटेली और बल्लभगढ़ की सीटें टिकट
चंडीगढ़ के जाट भवन में बुधवार को प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में अभय चौटाला ने कहा कि इनेलो में रहते अजय चौटाला ने बेटे दुष्यंत चौटाला को पिछला लोकसभा चुनाव में जिताने के लिए पार्टी से गद्दारी की। उन्होंने कहा कि अजय चौटाल ने पिछले विधानसभा चुनाव में 50-50 लाख रुपये में इनेलो के टिकट बेचे। अजय ने फतेहाबाद, अटेली और बल्लभगढ़ की सीटें 50-50 लाख रुपये में बेचे।
बैठक को संबोधित करते अभय चौटाला।
अभय चौटाला ने दावा किया कि अजय चौटाला ने फतेहाबाद में काका चौधरी से टिकट दिलाने के नाम पर 50 लाख रुपये लिए थे। बाद में काका ने मामले को सार्वजनिक करने की धमकी दी तो पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा और निशान सिंह की मध्यस्थता पर उन्होंने 25 लाख रुपये लौटा दिए। 25 लाख रुपये अब भी उन पर बाकी हैं।
अभय का आरोप- अभिमन्यु, ओपी धनखड़, जयप्रकाश और नवीन जिंदल से मिल हरवाए इनेलो उम्मीदवार
इनेलो प्रदेशाध्यक्ष अशोक अरोड़ा और पूर्व संसदीय सचिव रामपाल माजरा के साथ पत्रकारों से रू-ब-रू अभय चौटाला ने कहा कि लोकसभा चुनाव में दुष्यंत को जिताने के लिए अजय ने विपक्षियों से मिलकर इनेलो उम्मीदवारों रामपाल माजरा और बलबीर सिंह सैनी को हरवाया। उन्होंने कहा कि जींद उपचुनाव में जिस तरह जननायक जनता पार्टी ने पैसा बहाया, वह जांच का विषय है। उपचुनाव में इनेलो के पक्ष में माहौल बनता देख जेजेपी नेताओं ने दिल्ली सरकार की मदद से पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला की पेरोल रातों-रात रद करा दी।
कार्यकारिणी की बैठक में मौजूद इनेलो नेता और कार्यकर्ता।
---------
घर की लड़ाई में रास्ता भटक गए हैं अभय चौटाला : जयप्रकाश
अभय चौटाला के अरोपों के बाद हरियाणा की राजनीति में हंगामा मच गया है। नई दिल्ली में कलायत से निर्दलीय विधायक जयप्रकाश (जेपी) ने अभय चौटाला पर जमकर निशाना साधा। जयप्रकाश ने कहा कि 2014 के चुनाव को लेकर अभय चौटाला द्वारा लगाए गए आरोपों को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि अभय चौटाला घर की लडा़ई में रास्ता भटक गए हैं अौर बिना किसी आधार के बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं कि उन्होंने (जयप्रकाश ने ) पिछले लोकसभा चुनाव में हिसार से दुष्यंत चौटाला की मदद की थी।
जयप्रकाश ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव तक तो वह दुष्यंत चौटाला को जानते भी नहीं थे। उन्होंने कहा कि अभय सिंह चौटाला अपने घर की लड़ाई में रास्ता भटक गए हैं। जयप्रकाश ने अभय चौटाला को खुली चुनौती दी कि यदि आरोपों को लेकर को कोई सुबूत या संबंधी कोई रिकॉर्डिंग है तो सार्वजनिक करें अन्यथा माफी मांगें। दुष्यंत चौटाला को मदद के बदले में अजय चौटाला द्वारा विधानसभा चुनाव में जयप्रकाश की मदद करने के आरोप पर जेपी ने कहा कि दूसरों का सहारा तो कमजोर लोग लेते हैं। मैं चुनाव अपने दम पर लड़ता हूं। उन्होंने कहा कि सुरजेवाला के लिए कांग्रेस ने मदद मांगी थी और उन्होंने जींद में रणदीप सुरजेवाला की मदद भी की थी।
बीरेंद्र सिंह को जींद की जनता दिला देगी संन्यास
इस दौरान जयप्रकाश ने केंद्रीय मंत्री बीरेंद्र सिंह के इस बयान पर भी कटाक्ष किया कि यदि उनके आइएएस बेटे बृजेंद्र सिंह सक्रिय राजनीति में आएंगे तो वह संन्यास ले लेंगे। जय प्रकाश ने कहा कि जींद जिले की जनता इस बार बीरेंद्र सिंह को तो वैसे भी संन्यास दिला ही देगी। बीरेंद्र सिंह जींद की जनता के बीच वोट मांगने भी नहीं जा पाएंगे।