अभय चौटाला ने बड़े भाई अजय चौटाला के परिवार को दी ऐलनाबाद उपचुनाव लड़ने की चुनौती
चाैटाला परिवार में एक और घमासान की तैयारी है। इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला ने अपने बड़े भाई डा. अजय सिंह चौटाला के परिवार को ऐलनाबाद विधानसभा सीट से उपचुनाव लड़ने की चुनौती दी है। ऐलनाबाद सीट अभय चौटालाके इस्तीफा देने से खाली हुआ है।
चंडीगढ, जेएनएन। चौटाला परिवार में एक बार फिर घमासान की तैयारी दिख रही है। इनेलो महासचिव अभय सिंह चौटाला ने अपने बड़े भाई अजय सिंह चौटाला के परिवार को बड़ी चुनौती दी है। अभय ने अजय के परिवार को ऐलानाबाद सीट का उपचुनाव लड़ने के लिए मैदान में आने को कहा है। यह सीट पिछले दिनों किसान आंदाेलन के समर्थन में अभय चौटाला के इस्तीफा देने से खाली हुई थी।
कहा- हरियाणा के बजट में छह अहम विभागों के बजट में हुई कटौती
यहां पत्रकारों से बातचीत में हरियाणा विधानसभा में विपक्ष के नेता रह चुके अभय चौटाला ने बजट के आंकड़ों के आधार पर भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार की घेराबंदी की। अभय ने कहा कि सरकार ने इस बार के बजट में खेती, बिजली, परिवहन, जन स्वास्थ्य, ग्रामीण विकास और शिक्षा का बजट काफी कम कर दिया है। अकेले स्वास्थ्य विभाग के बजट में पिछले साल की अपेक्षा .13 प्रतिशत की बढ़ोतरी कर सरकार अपनी पीठ ठोंक रही है। ऐलनाबाद उपचुनाव को लेकर अभय ने अजय चौटाला के पूरे परिवार को अपने खिलाफ चुनाव लड़ने की चुनौती दी और कहा कि कोई उन्हें क्षेत्र में घुसने भी नहीं देगा।
अभय चौटाला ने कहा कि राज्य का हर व्यक्ति एक लाख रुपये का कर्जदार हो चुका है। उनकी प्रति व्यक्ति आय भी घट गई। पिछले साल एक लाख 72 हजार रुपये प्रति व्यक्ति आय के विपरीत इस साल एक लाख 63 हजार रुपये सालाना प्रति व्यक्ति आय रह गई है। यानी एक साल के भीतर ही नौ हजार रुपये सालाना की आय कम हो गई। अभय चौटाला ने डीसी रेट पर लगने वाली नौकरियों को लेकर अपने भतीजे दुष्यंत चौटाला पर कड़ा प्रहार किया है।
बोले- डीसी रेट की नौकरियों को दुष्यंत कांट्रेक्ट रेट की नौकरियां बताया
अभय चौटाला ने कहा कि हरियाणा में डीसी रेट पर दी जाने वाली नौकरियों का नाम अब ‘दुष्यंत कांट्रेक्ट रेट’ हो गया है। डीसी रेट पर नौकरी पाने के लिए एक महीने की तनख्वाह बतौर रिश्वत ली जा रही है। जजपा 75 प्रतिशत रोजगार और 11 हजार रुपये बेरोजगारी भत्ता देने का नारा देकर सत्ता में आई थी, लेकिन बेरोजगारी कम होने की बजाय राज्य की बेरोजगारी दर पूरे देश में सबसे ज्यादा बढ़ गई है।
रजिस्ट्री व शराब घोटाले की जांच रिपोर्ट का जिक्र करते हुए अभय ने कहा कि कांग्रेस ने इन पर विधानसभा में चर्चा तक नहीं की है। शराब घोटाले में शामिल तस्कर भूपेंद्र दहिया ने पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा को चुनाव में 21 लाख रुपये का चंदा दिया था। उन्होंने आरोप लगाया कि गठबंधन की सरकार में अवैध नशे के कारोबारियों को संरक्षण प्रदान किया जा जा रहा है।
ऐलनाबाद उपचुनाव से जुड़े सवाल पर अभय चौटाला ने कहा कि अखबारों में खबरें हैं कि दिग्विजय को यहां से चुनाव लड़वाया जा सकता है। मैं तो यह कहता हूं कि दिग्विजय तो क्या उसके पिता (अजय चौटाला) या भाई (दुष्यंत चौटाला) यहां से चुनाव लड़ लें। यहां की जनता इन किसी को भी हलके में नहीं घुसने देगी।
इस तरह से कम किया गया अहम विभागों का बजट
अभय ने कहा कि बजट में कृषि का हिस्सा वर्ष 2016-17 में 13.71 प्रतिशत था, जो अब घटाकर 10.33 प्रतिशत कर दिया गया। प्रदेश की जीडीपी में कृषि की हिस्सेदारी 1950 में जहां 50 प्रतिशत थी, जो अब घटकर 5.7 प्रतिशत रह गई है। बिजली की सब्सडी 2016-17 में 10.76 थी, जो 2019-20 में घटकर 4.63 प्रतिशत रह गई थी। अब बिल्कुल खत्म कर दी गई है।
उन्होंने कहा कि ट्रांसपोर्ट का बजट 2016-17 में 6.28 प्रतिशत था, जो अब 3.32 प्रतिशत कर दिया गया। पब्लिक हेल्थ में 2016-17 में 3.16 फीसदी बजट के विपरीत इस साल 2.18 प्रतिशत कर दिया गया है। ग्रामीण वकास का बजट 2020-21 में 4.45 था, जो अब 3.82 प्रतिशत रह गया। शिक्षा का बजट 2020-21 में 14.17 था, जो अब 12.14 प्रतिशत कर दिया। स्वास्थ्य के लिए 2020-21 में 4.57 फीसद बजट था, जिसमें मामूली बढ़ोतरी कर इसे केवल 4.70 प्रतिशत किया गया है।
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