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दिवाली की आतिशबाजी में 40 लोग झुलसे

अलग-अलग स्थानों पर बच्चों समेत 40 से अधिक लोग झुलस गए।

By JagranEdited By: Published: Mon, 28 Oct 2019 09:32 PM (IST)Updated: Tue, 29 Oct 2019 06:34 AM (IST)
दिवाली की आतिशबाजी में 40 लोग झुलसे
दिवाली की आतिशबाजी में 40 लोग झुलसे

जागरण संवाददाता, पंचकूला : दीपावली पर पंचकूला जिले में आतिशबाजी के दौरान पटाखे फटने और रॉकेट लगने से अलग-अलग स्थानों पर बच्चों समेत 40 से अधिक लोग झुलस गए। इन सभी को इलाज के लिए सेक्टर-6 जिला सिविल अस्पताल लाया गया जहां प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। दीपावली पर्व पर सोमवार रात को पटाखों को आग लगाते वक्त लापरवाही बरतने के दौरान बच्चे, युवक, युवतियां समेत अन्य लोग झुलस गए। इसमें पंचकूला के सेक्टरों के अलावा ब्लॉक कालका, पिजौर, बरवाला और रायपुररानी से मरीज आए। इसके अलावा चंडीगढ़ और पंजाब की लगती सीमाओं से भी जलने वाले लोग इलाज कराने पहुंचे। इसमें अधिकतर लोगों को पटाखे जलाने के दौरान हाथ, पैर, अंगुली और आंखों में चोट आई। कोई गंभीर केस अस्पताल में नहीं आया। सभी आने वाले मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई। अस्पताल में बच्चों, युवक और युवतियों के परिजन लेकर देर रात तक अस्पताल पहुंचे थे। जहां उन्हें चिकित्सकों ने आकस्मिक उपचार दिया। सेक्टर-6 सिविल अस्पताल की इमरजेंसी में दिवाली पर्व के दौरान मरीजों की देखरेख के तैनात की गई नोडल ऑफिसर डॉ. पायल ने बताया कि दिवाली में जलने से संबंधित कोई बड़ी दुर्घटना नहीं हुई है। 35 लोगों के झुलसने के केस आए थे। वहीं, पांच लोगों को पटाखे जलाने के दौरान आंख में इंफेक्शन की बात सामने आई थी। सभी मरीजों को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। पिछले वर्ष दीपावली पर केवल 22 केस आए थे। इस बार बढ़कर सिविल अस्पताल में इलाज के लिए 40 केस आए हैं। ये लोग झुलसे

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आतिशबाजी के दौरान झुलसने वालों में पंचकूला निवासी जितेंदर, मनसा देवी कांप्लेक्स निवासी सोनिया, रोहित, मोरनी निवासी साहिल, सेक्टर-20 आशियाना निवासी ईशान, सेक्टर-10 निवासी निहारिका, आदित्य कुमार, महेश, लवजीत, अश्विनी, अंश, प्रिस, मदनलाल, मुकुल कुमार, लवप्रीत कौर, पिजौर निवासी अमित, कालका निवासी अशोक कुमार, नीलम, सुमित, श्याम, अभिषेक शर्मा, राजकुमार, स्मृति, मनीष , रजनीश, सेक्टर-12 निवासी शैली देवी, दीपक, गुरनूर, हिमांशु, कर्मचंद, जुगल किशोर, लक्की घायल हो गए। किसी मरीज को नहीं किया गया रेफर

सिविल अस्पताल के पीएमओ डॉक्टर गोपाल कृष्ण भारद्वाज ने बताया कि आतिशबाजी में बच्चों की संख्या अधिक रही। पटाखों से हाथ, अंगुली, चेहरे, पैर बच्चों और लोगों के झुलस गए। सभी को इलाज के बाद छुट्टी दे दी गई। पटाखे से जलने के केस कालका, पिजौर, बरवाला रायपुररानी से यहां पर आए थे। मरीजों को रेफर नहीं किया गया। उन्हें प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई।


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