गांव कोंडल के लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर
हालत यह है कि लोग घर से निकलते हैं तो दो-दो फुट भरे दूषित पानी से गुजरना पड़ता है। ग्रामीणों को इस समस्या से रोजाना दो चार होना पड़ता है।
संवाद सहयोगी, हथीन: क्षेत्र के ऐतिहासिक गांव कोंडल के चौथैया मोहल्ले की पांच बिसवा पट्टंी के सैंकड़ों ग्रामीण नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। पिछले दो माह से तालाब का पानी ओवरफ्लो होकर घरों के सामने जमा हुआ है, जिससे लोगों का जीना दुश्वार हो गया है। हालत यह है कि लोग घर से निकलते हैं तो दो-दो फुट भरे दूषित पानी से गुजरना पड़ता है। ग्रामीणों को इस समस्या से रोजाना दो चार होना पड़ता है। कई बार ग्रामीण समस्या के समाधान के लिए गुहार लगा चुके हैं, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।
गांव की आबादी करीब आठ हजार है। इस गांव ने दीपचंद बंधु जैसे राजनेता और देवी सिंह तेवतिया जैसे हाईकोर्ट के पूर्व चीफ जस्टिस जैसे पढ़े लिखे विद्वान दिए हैं। इसके अलावा काफी संख्या में यहां के लोग देश की सेवाओं में अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसके बावजूद गांव की हालत दयनीय हो चली है। गांव में सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है, जब से पंचायत का कार्यकाल खत्म हुआ है तब से हालात और भी खराब हो गए हैं।
गांव के चौथैया मोहल्ले की पांच बिसवा पट्टंी के घरों के सामने गलियों में पानी करीब दो माह से जमा हुआ है। इसका प्रमुख कारण बस्ती में बना तालाब बताया गया है। जानकारी के अनुसार इस तालाब पर अवैध कब्जे किए हुए हैं और कुछ लोग इसमें कूड़ा डालने से बाज नहीं आ रहे हैं। गंदगी के कारण यहां संक्रामक रोग फैल सकते हैं। हालांकि लोग कई बार प्रशासन से मामले को लेकर गुहार लगा चुके हैं, लेकिन नतीजा सिफर रहा है। घरों के सामने भरे दो-दो फुट दूषित पानी से निकलना दुश्वार हो गया है। प्रशासन यहां पर ध्यान दें।
--बीर सिंह एडवोकेट, निवासी कोंडल दूषित पानी यहां पर जानलेवा साबित हो सकता है। यह समस्या लंबे अरसे से चली आ रही है। प्रशासन को ध्यान देना चाहिए।
--इंदरपाल सहरावत, निवासी कोंडल गांव में फागिंग का ठेका एक एजेंसी को दिया है। इस बारे में एजेंसी से बात कर ली गई है। आज ही गांव में टीम भेजकर समस्या का निदान कराया जाएगा।
-अतर सिंह, समाज शिक्षा एवं पंचायत अधिकारी हथीन