स्कूल में अव्यवस्था को लेकर ग्रामीणों ने ताला जड़ा
गांव ¨पगोड के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आए दिन होने वाले झगड़ों और छेड़छाड़ की घटनाओं के विरोध में सोमवार को ग्रामीणों ने स्कूल का ताला जड़कर विरोध प्रदर्शन किया। बाद में खंड शिक्षा अधिकारी हसनपुर ज्ञान ¨सह तेवतिया ने ग्रामीणों को लापरवाही प्रधानाचार्य और शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत करवाया।
- प्रधानाचार्य सहित चार शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की
- खंड शिक्षा अधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वासन देकर शांत करवाया
संवाद सहयोगी, पलवल : गांव ¨पगोड के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में आए दिन होने वाले झगड़ों और छेड़छाड़ की घटनाओं के विरोध में सोमवार को ग्रामीणों ने स्कूल का ताला जड़कर विरोध प्रदर्शन किया। बाद में खंड शिक्षा अधिकारी हसनपुर ज्ञान ¨सह तेवतिया ने ग्रामीणों को लापरवाही प्रधानाचार्य और शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई का आश्वासन देकर शांत करवाया।
सरपंच छंगालाल ने बताया कि गांव के स्कूल में पिछले काफी समय से अव्यवस्था बनी हुई है। स्कूल के प्रधानाचार्य और कुछ शिक्षकों की लापरवाही से आए दिन छात्राओं के साथ मनचलों द्वारा छेड़छाड़ की घटनाएं हो रही हैं। कुछ दिन पहले भी एक युवक को गंभीर रूप से घायल कर दिया गया था। अब फिर से दो युवकों पर हमला कर उन्हें गंभीर रूप से घायल कर दिया गया है। स्कूल का एक उत्पाती छात्र आए दिन किसी ना किसी छात्र से झगड़ा करता रहता है। पूरे स्कूल की व्यवस्था खराब हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि इस बारे में जब प्रधानाचार्य और शिक्षकों से बात की जाती है तो वह पंचायत का सहयोग नहीं करते हैं। गुस्साए ग्रामीणों ने सोमवार को ताला जड़ने के बाद आरोपित छात्र का नाम स्कूल से काटने, एक लिपिक के अलावा दो शिक्षक व प्रधानाचार्य का तबादला करने की मांग की।
जाम की सूचना मिलने पर चांदहट थाना पुलिस मौके पर पहुंच गई और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, परंतु ग्रामीण नहीं माने। बाद में खंड शिक्षा अधिकारी हसनपुर ज्ञान ¨सह तेवतिया मौके पर पहुंचे और ग्रामीणों को उचित कार्रवाई का आश्वासन देकर मामले को शांत करवाया। ग्रामीणों ने स्कूल का ताला तो खोल दिया, परंतु चेतावनी भी दी कि यदि व्यवस्था में सुधार नहीं हुआ और उचित कार्रवाई नहीं हुई तो वे दोबारा से स्कूल का ताला जड़ देंगे।
वहीं दूसरी तरफ स्कूल के प्रधानाचार्य यादराम शर्मा का कहना था कि पंचायत के आरोप निराधार हैं। छात्रों का झगड़ा स्कूल से बाहर हुआ था और वे स्कूल के अंदर की जिम्मेदारी ले सकते हैं, स्कूल से बाहर की नहीं। फिर भी यदि कहीं कोई दिक्कत है तो उसमें सुधार किया जाएगा।