पैसों के लेनदेन के विवाद में सगे भाइयों ने की तीसरे की हत्या
चार सितंबर को ही लोकेश का शव हसनपुर थाना क्षेत्र से गुजर रही शेखसाई (आगरा कैनाल) नहर से बरामद कर लिया गया।
जागरण संवाददाता, पलवल: मात्र 25 हजार रुपये के लेनदेन के विवाद के चलते दो सगे भाइयों ने अपने भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है और अदालत में पेश कर गहन पूछताछ के लिए दो दिन की पुलिस रिमांड पर लिया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से घटना में प्रयुक्त सेंट्रो कार को भी बरामद कर लिया है।
सीआइए इंचार्ज अशोक कुमार ने बताया कि बीती चार सितंबर को पुलिस द्वारा आदर्श कालोनी निवासी लोकेश उर्फ लक्की के लापता होने का मुकदमा दर्ज किया गया था। चार सितंबर को ही लोकेश का शव हसनपुर थाना क्षेत्र से गुजर रही शेखसाई (आगरा कैनाल) नहर से बरामद कर लिया गया। पांच सितंबर को शव का पोस्टमार्टम हुआ। स्वजन ने मामले में कार्रवाई की मांग को लेकर पोस्टमार्टम के बाद आगरा चौक पर शव रखकर जाम लगाने का प्रयास भी किया था। पुलिस ने स्वजन को समझा बुझाकर कार्रवाई का आश्वासन दिया था।
इसके कुछ दिन बाद आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में पता चला कि लोकेश को गोली लगी थी, जिसके बाद कैंप थाना पुलिस ने मामले में धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया और मामले की जांच सीआइए पुलिस को दी गई।
जांच के दौरान मृतक लोकेश के भाई सुरेंद्र उर्फ विक्की व हरेंद्र के बयान अलग-अलग पाए गए, जिसके बाद पुलिस का शक मृतक के भाइयों पर गहरा गया। पुलिस ने जब दोनों से कड़ाई से पूछताछ की तो सुरेंद्र टूट गया और उसने बताया कि भाई लोकेश के उसपर 25 हजार रुपये उधार थे। बीती 31 अगस्त को लोकेश रुपयों की मांग करने लगा। सुरेंद्र ने रुपये देने से मना किया तो लोकेश ने उस पर बंदूक तान दी। इसी दौरान सुरेंद्र ने कट्टा छीनकर लोकेश के सिर में गोली मार दी। गोली चलने की आवाज सुनकर घर में मौजूद दूसरा भाई हरेंद्र बाहर आ गया। हरेंद्र से सुरेंद्र ने कहा कि किसी को बताया तो तू भी इसमें साथ फंसेगा। इसके बाद दोनों ने लोकेश के शव को सेंट्रो कार में रखकर छज्जूनगर नहर में फेंक दिया। लोकेश के शव को ले जाते समय सुरेंद्र कार को चला रहा था और हरेंद्र स्कूटी से आगे-आगे चलकर रास्ता साफ होने की जानकारी दे रहा था।