राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर मनाया नोटिस दिवस
केंद्रीय ट्रेड यूनियन व कर्मचारी संघ फेडरेशन के आह्वान पर 26 नवंबर को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर बृहस्पतिवार को नोटिस दिवस मनाया गया।
संवाद सहयोगी, होडल: केंद्रीय ट्रेड यूनियन व कर्मचारी संघ फेडरेशन के आह्वान पर 26 नवंबर को होने वाली राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर बृहस्पतिवार को नोटिस दिवस मनाया गया। यह हड़ताल सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को निजी हाथों में सौंपने, जनतांत्रिक अधिकारों पर किए जा रहे हमलों, पुरानी पेंशन बहाली व कच्चे कर्मचारियों को नियमित करने की मांगों को लेकर होने वाली है। इसमें बिजली, सिचाई, स्वास्थ्य, जनस्वास्थ्य, नगर पालिका व पर्यटन विभाग के कर्मचारियों ने भाग लिया।
कर्मचारियों ने स्थानीय विश्राम गृह में एकत्रित होकर प्रदर्शन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सर्व कर्मचारी संघ के ब्लाक प्रधान उदयवीर सौरोत ने की तथा संचालन सचिव देवेंद्र नंबरदार ने किया।
इस अवसर पर सर्व कर्मचारी संघ के पदाधिकारी रमेशचंद व उदयवीर सौरोत ने बताया कि केंद्र व राज्य सरकारों ने कोरोना महामारी का फायदा उठाते हुए सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों को बड़े पूंजीपतियों को बेचने का काम शुरु कर दिया है। सरकार ने कर्मचारियों को राहत पहुंचाने की बजाय डीए व एलटीसी तथा अन्य आर्थिक कटौतियां करके कर्मचारियों के ऊपर हमले शुरु कर दिए।
उन्होंने बताया कि सरकारी विभागों में लाखों पद रिक्त पड़े होने के बावजूद नियमित भर्तियां नहीं की जा रही है। रिक्त पदों पर कच्चे कर्मचारियों को लगाया जा रहा है। उपरोक्त तमाम मुद्दों को लेकर देश के करोड़ों कर्मचारी व मजदूर 26 नवंबर को एक दिन की राष्ट्रव्यापी हड़ताल करेंगे। इस अवसर पर महेंद्र सिंह, लख्मी रावत, राजसिंह, महावीर, प्रदीप सैनी, राजबीर रावत व राजपाल सिंह आदि ने भी अपने विचार रखे।