चार दिन की राहत के बाद फिर बढ़ा वायु प्रदूषण
चार दिन की राहत के बाद जिले में वायु प्रदूषण में एक बार फिर बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बृहस्पतिवार को शाम पांच तक जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 233 दर्ज किया गया।
अंकुर अग्निहोत्री, पलवल:
चार दिन की राहत के बाद जिले में वायु प्रदूषण में एक बार फिर बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बृहस्पतिवार को शाम पांच तक जिले का वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआइ) 233 दर्ज किया गया। वहीं अगर बीते बुधवार, मंगलवार, सोमवार और रविवार की बात करें तो वायु गुणवत्ता सूचकांक क्रमश: 182, 157, 150, 142 दर्ज किया गया था। सुबह से शाम तक आसमान में स्माग छाया रहा। स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो एक्यूआइ दो सौ के पार जाने के बाद स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है।
बढ़ते प्रदूषण का मुख्य कारण निर्माणाधीन स्थलों से उड़ती धूल, जगह-जगह जलाया जा रहा कूड़ा और गांवों में जलाई जा रही पराली है। हालांकि प्रदूषण रोकने को रोकने के लिए नप द्वारा लगातार पानी का छिड़काव किया जा रहा है, लेकिन यह प्रयास काफी नहीं हैं।
बृहस्पतिवार को शाम पांच बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की वेबसाइट पर वायु गुणवत्ता सूचकांक पीएम-10 (वायुमंडल में धूल के कण) 233 अंकों पर रहा। जबकि पीएम-2.5 सूचकांक 99 अंकों पर रहा। जहरीली होती हवा का मुख्य कारण निर्माण कार्याें से उड़ती धूल और जगह-जगह कूड़ा जलाने के मामले हैं।
सीपीसीबी द्वारा तय मानकों के अनुसार वायु गुणवत्ता एक्यूआइ 0-50 तक रहने पर अच्छी, 51-100 तक संतोषजनक, 101-200 तक मध्यम और 201-300 तक खराब रहती है। वायु गुणवत्ता खराब स्थिति में रहने से सांस, दमा और फेफड़े के रोगों से पीड़ित लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। सीपीसीबी के मुताबिक बृहस्पतिवार शाम-5 बजे प्रदूषक तत्वों की स्थिति:
प्रदूषक तत्व, न्यूनतम, औसत, अधिकतम पीएम-2.5, 69, 99, 184 पीएम-10, 134, 233, 368
नाइट्रोजन डाइ-आक्साइड
(एनओ-2) 7, 14, 16 अमोनिया (एनएच-3) 8, 19, 22 सल्फर डाइऑक्साइड (एसओ-2) 2, 3, 7 कार्बन मोनो आक्साइड (सीओ) 31, 96, 139
ओजोन 1, 35, 63