रामजीत थोड़ा-सा चूकते तो तेंदुआ कर देता हमला
राम नगर निवासी रामजीत उस लम्हे को याद कर सिहर उठते हैं जब कि बाथरूम में आराम से लेटे तेंदुए ने उन्हें देखते ही उठ कर चिघाड़ ली। तेंदुआ अभी उनकी ओर बढ़ ही था कि रामजीत ने साहस का परिचय दिया तथा सूझबूझ से काम लेते हुए बाथरूम को बाहर से बंद कर दिया। तेंदुए ने बाथरूम के दरवाजे पर लात से कई ठोकरें भी मारी।
संजय मग्गू, पलवल
राम नगर निवासी रामजीत उस लम्हे को याद कर सिहर उठते हैं जब कि बाथरूम में आराम से लेटे तेंदुए ने उन्हें देखते ही उठ कर चिघाड़ ली। तेंदुआ अभी उनकी ओर बढ़ ही था कि रामजीत ने साहस का परिचय दिया तथा सूझबूझ से काम लेते हुए बाथरूम को बाहर से बंद कर दिया। तेंदुए ने बाथरूम के दरवाजे पर लात से कई ठोकरें भी मारी। इतनी ही देर में रामजीत के शोर मचाने पर रामजीत के भाई उमेश व बाहर घूम रहे पड़ोस के लोग पहुंच गए तथा बाथरूम के बंद दरवाजे को डंडों व सरिये से मजबूती से बांध दिया।
बृहस्पतिवार की सुबह रामजीत सुबह शौचालय गए तो उनका सामना तेंदुए से हो गया। रामजीत पहले तो एकबारगी दहशत में आए लेकिन अगले ही पल सूझ-बूझ का परिचय दिया। तेंदुए ने भी अपनी पोजीशन संभालते हुए वार करने का प्रयास किया लेकिन रामजीत की गति तेंदुए से तेज थी।
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मैं शौचालय गया था तभी जानवर दिखाई पड़ा। मैं भी अभी थोड़ी नींद में था, कुछ समझ पाता कि हरकत में आए तेंदुए ने मुझ पर झपटने का प्रयास किया। बिना देर किए मैने बाथरूम का दरवाजा बाहर से बंद कर दिया।
- रामजीत गुदराना
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हमें जैसे ही पता चला तो तुरंत बाथरूम के समीप जाकर दरवाजे को बाहर से डंडों से भी बांध दिया। तेंदुआ जब तक बाथरूम में बंद रहा पूरी तरह से हरकत में रहा तथा यहां वहां टहलता रहा। उसने कई बार दरवाजे पर पंजों से ठोकरें भी मारी।
- उमेश गुदराना