बिगड़ते मौसम ने उड़ाई किसानों और एजेंसी अधिकारियों की नींद
सुरेंद्र चौहान, पलवल मौसम विभाग की चेतावनी और आसमान में घिरती घनघोर घटाओं ने किसानों और खरीद एजेंस
सुरेंद्र चौहान, पलवल
मौसम विभाग की चेतावनी और आसमान में घिरती घनघोर घटाओं ने किसानों और खरीद एजेंसियों की नींद उड़ा दी है। बारिश होने के डर से किसान फसल को जल्द बेचकर तुलाई करवाना चाहते हैं और एजेंसी अधिकारी डर-डर कर खरीद कर रहे हैं। हालांकि प्रशासन के दबाव एजेंसी अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को अनाज मंडियों में खरीद जारी रही। डर के कारण एजेंसी अधिकारियों का खरीद से ज्यादा उठान पर ध्यान था।
जिले में करीब एक लाख हेक्टेयर भूमि में किसानों ने गेहूं की फसल की बिजाई की थी। अब फसल पककर तैयार है और कटाई व गहाई जोरों से चल रही है। मौसम विभाग ने छह अप्रैल से आठ अप्रैल तक तेज हवाओं के साथ बूंदाबांदी की आशंका जाहिर की है। चेतावनी से पहले ही किसान डरे थे, परंतु दोपहर बाद अचानक बादल घिर आने से किसानों की ¨चता बढ़ गई। चूंकि पिछले कई वर्षों से फसल कटाई के दौरान मौसम की मार पड़ती रही है, इसलिए किसान जल्दी-जल्दी फसल की कटाई कर मंडी लाने लगे। बृहस्पतिवार को मंडियों में गेहूं की अंबार लग गए। बुधवार को जिला उपायुक्त डॉ.मनीराम शर्मा के आदेश के बाद मंडियों में गेहूं की खरीद शुरू हुई थी। अकेले पलवल मंडी में हैफेड ने करीब 62 हजार क्विंटल गेहूं की खरीद की थी। बृहस्पतिवार को सुबह खाद्य एवं आपूर्ति विभाग द्वारा खरीद की जानी थी, लेकिन वे मौसम को देखकर कतराने लगे। दूसरी तरफ किसान मौसम को देखकर खरीद के लिए हंगामा करने लगे। किसानों के दबाव के आगे एजेंसी अधिकारियों को झुकना पड़ा और खरीद शुरू की गई। शाम तक करीब 65 हजार क्विंटल की खरीद हुई थी और खरीद जारी थी। खरीद को देखें तो मंडी में कई लाख ¨क्वटल गेहूं पहुंच चुका है और लगातार ट्रैक्टर-ट्रालियों के द्वारा पहुंच रहा है। होडल, हथीन व हसनपुर अनाज मंडियों में भी गेहूं के अंबार लगे हुए हैं। खरीद भी चल रही है, परंतु रफ्तार कम है।
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मौसम को देखते हुए किसान व एजेंसी अधिकारी दोनों ¨चतित हैं, लेकिन किसानों और आढ़तियों की परेशानी को देखते हुए एजेंसी अधिकारियों से खरीद जारी है। उठान में भी पूरी तेजी की गई है, ताकि बारिश आदि होने पर नुकसान कम से कम हो।
- इंद्रपाल, सचिव मार्केट कमेटी पलवल।