स्कूल में आए दिन टीचर करते थे झगड़ा, ग्रामीणों ने किया ऐसा काम की उड़ गए सबके होश
ग्रामीणों का आरोप है कि स्कूल के अध्यापक तथा स्टॉफ आए दिन आपस में झगड़ा करता है जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है।
हथीन (पलवल) [संजय मग्गू]। स्कूल में आए दिन बच्चों के झगड़े की बात तो सुनी होगी आपने मगर हरियाणा के पलवल हथीन में ऐसा स्कूल है जहां अक्सर शिक्षक आपस में लड़ते हैं। इसके कारण बच्चों की पढ़ाई सही से नहीं हो पाती। इस विवाद को खत्म करने के लिए वहां के ग्रामीणों ने कुछ ऐसा काम कर दिया कि सबलोग हैरान रह गए। हथीन खंड के गांव स्यापनकी के राजकीय माध्यमिक विद्यालय में अध्यापकों के आपसी विवाद के बाद ग्रामीणों ने स्कूल पर ताला जड़ दिया।
ग्रामीणों का आरोप था कि स्कूल के अध्यापक तथा स्टॉफ आए दिन आपस में झगड़ा करता है, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित होती है। स्कूल में तालाबंदी की सूचना पर खंड़ शिक्षा अधिकारी (बीइओ) यशपाल गर्ग मौके पर पहुंचे तथा ग्रामीणों को समझा-बुझा कर ताला खुलवाया। ग्रामीणों ने बीइओ को शिकायत देकर संबंधित अध्यापकों के तबादले की मांग की, जिस पर उन्होंने कार्रवाई का भरोसा दिलाया। वहीं एक शिक्षक ने भी बीइओ को शिकायत सौंपी।
गुजबाजी का लगा आरोप
हथीन खंड के गांव स्यापनकी निवासियों का कहना था कि स्कूल में तैनात अध्यापकों की आपसी गुटबाजी के चलते आए दिन स्कूल में झगड़ा होता रहता है। सोमवार को भी अध्यापकों में आपस में कहासुनी हो गई जो बाद में झगड़े व हाथापाई में बदल गई। ग्रामीणों को पता चला तो वे स्कूल में पहुंचे तथा गुस्से में स्कूल के मेन गेट पर ताला जड़ दिया।
पहले भी तीन चार बार हो चुका है झगड़ा
ग्रामीणों का कहना था कि अध्यापकों का इस प्रकार का व्यवहार पहली बार नहीं है। पूर्व में भी तीन चार बार इस प्रकार की बातें सामने आईं तो ग्रामीणों द्वारा विभाग के उच्च अधिकारियों को शिकयतें भेजी। ग्रामीणों का आरोप था कि विभागीय अधिकारी भी अध्यापकों में समझौता करवाने तक ही सीमित रह गए तथा किसी के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्कूल प्रबंधन के अनुसार सोमवार को चाय साफ करने वाली एक छलनी को लेकर अध्यापकों में झगड़ा हुआ था।
लोगों ने कहा
स्कूल में इस तरह शिक्षकों की गुटबंदी से छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। विभाग के उच्च अधिकारियों को ऐसे अध्यापकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
समसुद्दीन, अभिभावक, स्यापनकी
शिक्षकों की आपसी लड़ाई को लेकर कई बार ग्रामीणों ने विभाग के उच्च अधिकारियों से शिकायतें की हैं। शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई के नाम खानापूर्ति कर शिकायतों को बंद कर देते हैं। जो शिक्षक दोषी हैं उनके खिलाफ तुरंत प्रभाव से कार्रवाई की जाए।
जावेद खान, सरपंच, गांव स्यापनकी
अधिकारी ने कहा
इस मामले में ग्रामीणों की तरफ से कुछ शिक्षकों के खिलाफ शिकायत मिली है। जांच करके विभागीय कार्रवाई के लिए सिफारिश की जा रही है। स्कूलों में इस तरह माहौल सहन नहीं किया जाएगा।