साढ़े छह लाख रुपये की लालच में शिकायतकर्ता ने ही रची थी खुद को लूटने की साजिश
शिकायत पर दीघोट चौकी पुलिस ने भादंसं की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया था। मामला पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत के संज्ञान में आया तो उन्हें कुछ अंदेशा हुआ।
पलवल [संजय मग्गू]। सदर थानांतर्गत दीघोट चौकी पुलिस ने एलएनटी फाईनेंस कंपनी में रोकडिय़ा के पद पर कार्यरत गांव कोंडल निवासी नवीन से साढ़े छह लाख रुपये की लूट के मामले में शिकायतकर्ता नवीन को ही गिरफ्तार किया है। आरोपित ने साढ़े छह लाख रुपये की रकम हड़पने के लिए अपने आप को लूटने की झूठी साजिश रची थी। चौकी पुलिस ने 23 जून को लूट व शस्त्र अधिनियम की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था।
लूट की रकम को जूए में हारा
हालांकि आरोपित ने योजनाबद्ध तरीके से साजिश रची थी, लेकिन जब पुलिस की जांच शुरू हुई तो वह अपने ही बुने जाल में फंस गया। एक दिन की पुलिस रिमांड में आरोपित से उसका फोन तथा कंपनी की मशीन को बरामद कर लिया, जबकि लूट में दिखाई गई रकम में से आधी को वह जुए में दांव पर लगाकर हार गया और आधी को अय्याशी में खर्च कर चुका था। आरोपित बाद में कोरोना पॉजिटिव पाया गया, जिस पर उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है।
22 जून को दी थी लूट की शिकायत
फाइनेंस कंपनी में कार्यरत गांव कोंडल निवासी नवीन ने शिकायत दर्ज कराई थी कि 22 जून को गांव नखरोला निवासी मुफीद व अनीशा से एक लाख 35 हजार रुपये लेकर पलवल किठवाड़ी रोड स्थित कार्यालय पर आ रहा था। नवीन के पास 17 से 21 जून में इकट्ठे किए गए पांच लाख 15 हजार रुपये पहले भी थे, जिन्हें मिलाकर उसके पास साढ़े छह लाख रुपये की नकदी हो गई। शिकायत में नवीन ने कहा था कि दीघोट से सैलोटी मार्ग पर एक बिना नंबर प्लेट की स्विफ्ट कार उसकी मोटरसाइकिल के आगे आकर रुकी जिसमें से तीन-चार नकाबपोश हथियारबंद युवक उतरे जो कि उससे नकदी भरे बैग को लूटकर फरार हो गए।
एसपी ने दिए थे जांच के आदेश
शिकायत पर दीघोट चौकी पुलिस ने भादंसं की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया था। मामला पुलिस अधीक्षक दीपक गहलावत के संज्ञान में आया तो उन्हें कुछ अंदेशा हुआ। एसपी गहलावत ने चौकी प्रभारी मुकेश कुमार व सदर थाना प्रभारी अनिल कुमार को गहन तफ्तीश करने के निर्देश दिए। जांच के दौरान साइबर सेल की भी मदद ली गई। कॉल डिटेल, सीसीटीवी फुटेज व मुखबिरों से मिली जानकारी के आधार पर जांच की गई तो शिकायतकर्ता पर ही संदेह गहरा गया। आठ जुलाई को नवीन को हिरासत में लेकर प्रारंभिक पूछताछ की गई तो उसने कबूल कर लिया कि लूट की साजिश उसने स्वयं रची थी। कोविड-19 का सैंपल देकर को अदालत मे पेश कर आरोपित को एक दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया। रिमांड के दौरान फाइनेंस कंपनी की मशीन, बैग व मोबाइल फोन जिसे कि उसने वारदात स्थल के समीप झाडिय़ों में छुपा दिया था को आरोपित की निशानदेही पर बरामद कर लिया गया।
रिमांड पूरी होने के बाद आई कोविड रिपोर्ट मिला पॉजिटिव
दीघोट पुलिस चौकी प्रभारी मुकेश कुमार के अनुसार गिरफ्तारी के समय आठ जुलाई को ही आरोपित का काविड-19 का सैंपल दिया गया था, जिसके बाद आरोपित को अदालत में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया। 10 जुलाई को आरोपित को अदालत में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेजा जाना था, लेकिन इसी बीच उसकी रिपोर्ट आ गई, जिसमें वह संक्रमित पाया गया। आरोपित के संक्रमित होने की रिपोर्ट आने के बाद उसे आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया है। वहीं जानकारी के अनुसार आरोपित के संपर्क में आए पुलिस कर्मियों व अदालत कर्मियों ने खुद को क्वारंटाइन कर लिया है।
पुलिस ने कहा
आरोपित की निशानदेही पर उसका मोबाइल व कंपनी की कैश कलेक्शन मशीन बरामद कर ली गई है। आरोपित के संक्रमित पाए जाने की रिपोर्ट के बाद उन पुलिस कर्मियों जो कि उसके संपर्क में आए थे, की कोविड-19 की जांच कराई जाएगी। सभी को आयुर्वेदिक दवा का सेवन करने के लिए कहा गया है तथा उन्हें क्वारंटाइन होने के लिए भी निर्देशित किया गया है।
दीपक गहलावत, पुलिस अधीक्षक