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कर्मचारियों की हड़ताल आज से, प्रशासन सतर्क

केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर आठ व नौ जनवरी को होने वाली देशव्यापी हड़ताल के लिए कर्मचारियों ने कमर कस ली है। विभिन्न कर्मचारी संगठनों, बैंककर्मी व किसान सभा आदि हड़ताल की तैयारियों में जुटे हैं। हड़ताल के दौरान सभी सरकारी विभागों में कामकाज प्रभावित रहने से लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है। उधर हड़ताल को लेकर प्रशासन भी सतर्क है। विभिन्न चौराहों पर पुलिसकर्मियों की सोमवार से ही तैनाती कर दी गई।

By JagranEdited By: Published: Mon, 07 Jan 2019 06:05 PM (IST)Updated: Mon, 07 Jan 2019 06:05 PM (IST)
कर्मचारियों की हड़ताल आज से, प्रशासन सतर्क
कर्मचारियों की हड़ताल आज से, प्रशासन सतर्क

- हड़ताल के चलते दो दिन लोगों को झेलनी पड़ सकती है परेशानी

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संवाद सहयोगी, पलवल : केंद्रीय ट्रेड यूनियनों के आह्वान पर आठ व नौ जनवरी को होने वाली देशव्यापी हड़ताल के लिए कर्मचारियों ने कमर कस ली है। विभिन्न कर्मचारी संगठनों, बैंककर्मी व किसान सभा आदि हड़ताल की तैयारियों में जुटे हैं। हड़ताल के दौरान सभी सरकारी विभागों में कामकाज प्रभावित रहने से लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ सकती है। उधर हड़ताल को लेकर प्रशासन भी सतर्क है। विभिन्न चौराहों पर पुलिसकर्मियों की सोमवार से ही तैनाती कर दी गई।

विभिन्न विभागों में बैठक के बाद सोमवार को विभिन्न संगठनों के पदाधिकारियों की ताऊ देवी लाल पार्क में बैठक हुई। इसमें निर्णय लिया गया कि नगर परिषद के कर्मचारी डाकखाने पर व अध्यापक संघ और मिनिस्टीरियल स्टाफ कर्मी राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में एकत्र होकर शहर से जुलूस निकल कर बस स्टैंड तक प्रदर्शन करेंगे।

इसके अतिरिक्त हुडा, आइटीआइ व कृषि विभाग सहित अन्य विभागों के कर्मचारी सीधे बस स्टैंड पर पहुंचेंगे। बैंक, बीमा, बीएसएनएल सहित केंद्रीय कर्मचारी अपने-अपने विभागीय कार्यालयों पर प्रदर्शन करेंगे।

बैठक में मौजूद यूनियन नेताओं ने आरोप लगाया कि वर्तमान केंद्र व राज्य सरकार ठेका प्रथा व आउटसोर्स की नीतियों को सरकारी विभागों में तेजी से लागू कर रही है। इन नीतियों के कारण विभागों में भारी भ्रष्टाचार फैल रहा है। ठेकेदार श्रम कानूनों को ठेंगा दिखाते हुए ठेका कर्मियों का भारी शोषण कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सरकारी विभागों में लाखों पद खाली पड़े है। इन पदों को नियमित भर्ती से भरने की बजाय सरकार रोडवेज, बिजली व शिक्षा जैसे विभागों को निजी हाथों में सौंपने पर अड़ी हुई है।

कर्मचारी नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने जल्द मांगों को पूरा नहीं किया तो उसे कर्मचारियों की नाराजगी का सामना करना पड़ेगा। बैठक में सर्व कर्मचारी संघ के जिला प्रधान रमेश चंद, योगेश शर्मा, सीआइटीयू के नेता श्रीपाल ¨सह भाटी, किसान नेता धर्मचंद, महासंघ के नेता किशोर ¨सह डागर, रिटायर्ड कर्मी नेता बीधू ¨सह ने विचार रखे।


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