झंझावतों से सेहत रूपी कश्ती को निकाल लाने की तैयारी
मार्च माह में जब कोरोना संक्रमण शुरू हुआ था तो जिला हाटस्पाट बना हुआ था तथा एनसीआर में पहला मामला पलवल में ही आया था।
संजय मग्गू, पलवल
मार्च माह में जब कोरोना संक्रमण शुरू हुआ था तो जिला हाटस्पाट बना हुआ था तथा एनसीआर में पहला मामला पलवल में ही आया था। जिला प्रदेश में चार तथा देशभर के 100 रेड जोन शहरों में शामिल रहा था, लेकिन इसे बैकफुट पर लाते हुए उस दौरान शून्य केस तक पहुंच गया। अब जबकि कोरोना की तीसरी लहर चल रही है तथा एनसीआर में कोरोना को लेकर हालात बेकाबू होते जा रहे हैं, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन व पुलिस विभाग के सामूहिक प्रयासों से तमाम झंझावतों को पार करते हुए सेहत रूपी कश्ती को सुरक्षित बचा लाने में जिला सक्षम होता दिख रहा है। एक पखवाड़े से जिले में संक्रमण का आंकड़ा 100 से नीचे ही चल रहा है।
ग्रामीण बाहुल्य जिले पलवल में कोरोना के मामलों को काबू में रखना जिला प्रशासन के लिए चिता का विषय था। 21 मार्च को पहला केस आने के बाद तथा उसके बाद फैले संक्रमण के दौरान जिला विस्फोटक स्थिति में पहुंच गया था। ठीकरी पहरे, जागरुकता अभियान तथा सख्ती बरतते हुए सघन जांच अभियान चलाए जाने का परिणाम निकला कि मई माह में एक बार जिला संक्रमण के मामले में शून्य तक पहुंच गया।
अब जबकि कोरोना की तीसरी लहर माना जा रहा था तो जिला सफल होता दिख रहा है। संक्रमण को काबू में रखने के लिए जिला प्रशासन जहां लगातार जागरुकता अभियान चला रहा है तो स्वास्थ्य विभाग छोटे-छोटे एरिया में सैंपल लेने की दिशा में कार्य कर रहा है। पुलिस मास्क न पहनने वालों का जागरूक कर रही है तथा साथ ही साथ सख्ती बरतते हुए चालान भी किए जा रहे हैं। त्योहारी सीजन ठीक-ठीक से निपटने के बाद अब पुलिस ने शादियों के सीजन में नियमों की पालना को प्राथमिकता से लिया है। जिला कोरोना को हराने की दिशा में बेहतरी की ओर अग्रसर है। करीब एक लाख सैंपल लिए जा चुके हैं तथा अब जिले में 96 सक्रिय कोरोना संक्रमित हैं। हमारा प्रयास है कि सैंपल लेने की गति को और तेजी दी जाए।
- डा. ब्रह्मदीप, सिविल सर्जन कोरोना काल में जिलेवासियों ने जहां जागरूक नागरिक होने का परिचय दिया वहीं टीम वर्क से कार्य किया गया तथा सामाजिक संगठनों ने भी हर पहल में साथ दिया। विश्वास है कि आगे भी स्थिति ठीक रहेगी।
- नरेश नरवाल, जिला उपायुक्त पुलिस लगातार मास्क पहनने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। लापरवाही बरतने वाले लोगों पर सख्ती भी बरती जा रही है। शादी समारोह या अन्य कार्यक्रमों में ज्यादा भीड़ न हो, इसके लिए पुलिस टीम बनाई गई है।
- दीपक गहलावत, पुलिस अधीक्षक