उबड़-खाबड़ कच्चे रास्ते से निकलने को मजबूर हैं वाहन
कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर 14वें दिन भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसानों का धरना जारी रहा। इसके चलते राजमार्ग बाधित होने से सभी को परेशानी हो रही है। आगरा मथुरा होडल से आने वाले वाहनों को किसी प्रकार की परेशानी न हो।
जागरण संवाददाता, पलवल: कृषि सुधार कानूनों को वापस लेने की मांग को लेकर 14वें दिन भी राष्ट्रीय राजमार्ग पर किसानों का धरना जारी रहा। इसके चलते राजमार्ग बाधित होने से सभी को परेशानी हो रही है। आगरा, मथुरा, होडल से आने वाले वाहनों को किसी प्रकार की परेशानी न हो। इसके लिए राजमार्ग के किनारे बने ऊबड़-खाबड़ कच्चे रास्ते से वाहनों को दिल्ली, मानेसर और पलवल शहर की ओर निकाला जा रहा है, लेकिन यह प्रयास काफी साबित नहीं हो रहा हैं। इस रास्ते से गुजरने वाले वाहन चालकों को भारी परेशानी हो रही है। लोग घंटों जाम में फंसे रहते हैं।
यहां वाहनों की लंबी कतार साफ देखी जा सकती है। इसके अलावा वाहन गांवों के संपर्क मार्गों से भी निकल रहे हैं, लेकिन रास्ता पता नहीं होने के चलते उन्हें दिक्कत आ रही है। ग्रामीणों से रास्ता पूछकर निकलना पड़ रहा है।
20 दिसंबर को शहीद किसानों को देंगे श्रद्धांजलि
बुधवार को धरने पर बैठे किसानों से मुलाकात करने मध्य प्रदेश और पंजाब के वरिष्ठ किसान नेता शिवकुमार कक्का और सुरजीत सिंह फूल भी पहुंचे। इस दौरान किसानों में यह सहमति बनी कि किसान आंदोलन में जो किसान बीमारी, सड़क दुर्घटना या किसी और अन्य कारणों से अपनी जान गंवा बैठे हैं, उन्हें आने वाली 20 तारीख को श्रद्धांजलि दी जाएगी।
पूर्व आइजी रणबीर शर्मा भी पहुंचे समर्थन देने
हरियाणा के पूर्व आइजी रणबीर सिंह शर्मा भी सैंकड़ों कार्यकर्ताओं के साथ राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित अटोवा मोड़ पर धरना दे रहे किसानों को समर्थन देने पहुंचे। रणबीर शर्मा ने किसानों को भरोसा दिलाया कि वह हर प्रकार से किसानों के साथ हैं। इस मौके पर उनके साथ जवाहर वर्मा, महावीर, देवीचंद, बनारसी दास, जवाहर रावत, बालकिशन, शिव कुमार एडवोकेट व सुरेंद्र शर्मा आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।