टोल कराया फ्री, 20वें दिन भी की भूख हड़ताल
तीनों कृषि सुधार कानूनों को वापस कराने की जिद के साथ एक महीने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसानों को कारवां धीरे-धीरे बढ़ने लगा है।
जागरण संवाददाता, पलवल : तीनों कृषि सुधार कानूनों को वापस कराने की जिद के साथ एक महीने से अधिक समय से आंदोलन कर रहे किसानों को कारवां धीरे-धीरे बढ़ने लगा है। जहां जिले के किसान भागीदारी कर रहे हैं। वहीं, सुदूर प्रदेशों से भी किसान समर्थन देने आ रहे हैं। शनिवार को भी किसानों का धरना प्रदर्शन जारी रहा और 11 किसानों ने क्रमिक अनशन के तहत भूखहड़ताल की। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित तुमसरा टोल नाके पर टोल प्रबंधन द्वारा टोल वसूलने की जानकारी मिलने पर किसान टोल नाके पर पहुंचे तथा टोल फ्री कराया।
किसान नेताओं स्वामी श्रद्धानंद सरस्वती, प्रेम सिंह दलाल, रतन सिंह सौरोत व मास्टर महेंद्र चौहान ने कहा कि किसान संगठनों के सामूहिक आह्वान पर जिले के केएमपी, केजीपी व राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित तुमसरा टोल नाके को टोल फ्री कराया हुआ था। शनिवार दोपहर को सूचना मिली कि तुमसरा टोल नाके को फिर से चालू कर दिया गया है तो सैंकड़ो किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर टोल नाके पर पहुंचे तथा टोल को फ्री कराया। टोल इंचार्ज महेश चौहान का कहना है कि पहले फास्ट टैग से टोल टैक्स का भुगतान हो रहा थी लेकिन फिलहाल वह भी बंद है।
वहीं शनिवार सुबह छत्तीसगढ़ मजदूर महासंघ के मंडल अध्यक्ष तेजराम के नेतृत्व में 500 किसानों का जत्था पलवल पहुंचा। संगठन के नेता तेजराम ने कहा कि वह दिल्ली सिघु बार्डर पर चल रहे किसानों के धरने में शामिल होने के लिए जा रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें पलवल में ही रोक दिया है, अब वह यहीं धरना देंगे।
अखिल भारतीय किसान सभा मध्यप्रदेश के अध्यक्ष राम नारायण ने कहा कि किसानों का यह संघर्ष व्यर्थ नहीं जाएगा। शनिवार को धरने में आसपास के गांवों की महिलाएं भी बड़ी संख्या में समर्थन देने पहुंचीं। शनिवार की भूख हड़ताल में दादा मठ्ठर उर्फ तेजपाल, सबरजीत पहलवान, हरी मैंबर, मेवाराम पहलवान, अशोक माना, चंद्रधर, अतर सिंह, महेंद्र, रतन सिंह, श्रीचंद, ठाकुरलाल ने भागीदारी की।