करवा चौथ: साड़ी और श्रृंगार की दुकानों पर महिलाओं की भीड़
आगामी चार नवंबर को करवाचौथ है। नवरात्र और दीपावली के बीच पड़ना वाला यह दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है।
जागरण संवाददाता, पलवल: आगामी चार नवंबर को करवाचौथ है। नवरात्र और दीपावली के बीच पड़ना वाला यह दूसरा सबसे बड़ा त्योहार है। इसमें महिलाएं जमकर खरीदारी करती हैं। शहर में साड़ियों, ज्वेलरी और श्रृंगार की दुकानों पर महिलाओं की भीड़ लग रही है। इस बार सिल्क एवं हल्के काम वाली शिफान की साड़ियां और लहंगा अधिक पसंद किया जा रहा है। खरीदारी को लेकर सबसे अधिक उत्साह उनमें है, जिनका पहला करवाचौथ है।
मीनार गेट स्थित जुनेजा साड़ी कलेक्शन के नाम से दुकान करने वाले दीपक जुनेजा ने बताया कि करवाचौथ को लेकर बिक्री बहुत अच्छी हो रही है। अच्छी बात यह भी है कि नवंबर में जो विवाह होने वाले हैं, उनकी खरीदारी भी अभी से शुरू हो चुकी है।
सराफा कारोबारी रोहित बताते हैं कि यूं तो मिट्टी के करवों की पूजा होती है और इसकी तैयारी में कुम्हार करवा बनाने में जुट गए हैं। लेकिन पिछले कुछ सालों में चांदी के करवे भी बिकने लगे हैं। उन्होंने बताया कि चांदी के 100 ग्राम से लेकर एक किलो तक करवा बाजार में उपलब्ध हैं। साथ ही पीतल के करवा भी बर्तनों की दुकानों में बिक रहे हैं।
आगामी बुधवार को करवाचौथ के लिए अधिकांश ब्यूटी पार्लर की बुकिग अभी से हो रही है। मेहंदी के लिए अतिरिक्त व्यवस्था भी की जा रही है। इसके लिए महिलाओं को पैकेज बताए जा रहे हैं। दुकानदार संजय बताते हैं कि करवाचौथ के लिए कई डिजाइनों में लोटा, छलनी और प्लेट के सेट बाजार में आए हैं। बता दें कि कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष चतुर्थी को होने वाले करवाचौथ पर्व पर सुहागिनें उपवास रखकर रात में चंद्रमा को अर्घ्य देकर पति के दीर्घायु एवं अखंड सौभाग्य की कामना करतीं हैं।