अच्छी खबर : आइटीआइ में दाखिले के लिए विभाग ने दिया एक और मौका
हरियाणा के सभी राजकीय एवं निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए रिक्त सीटों पर दाखिले के इछुक अभ्यर्थियों को विभाग ने एक और मौका दिया है।
जागरण संवाददाता, पलवल : हरियाणा के सभी राजकीय एवं निजी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआइ) में शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिए रिक्त सीटों पर दाखिले के इच्छुक अभ्यर्थियों को विभाग ने एक और मौका दिया है। इच्छुक छात्र 16 जनवरी की दोपहर 12 बजे तक आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। संस्थान स्तर पर 13 से 16 जनवरी तक प्रतिदिन दाखिले किए जाएंगे। इन तिथियों तक प्राप्त नए एवं पुराने आवेदनों की संयुक्त मेरिट सूची के आधार पर किए जाएंगे। इस दाखिले में कोई आरक्षण लागू नहीं होगा। वहीं पहले दाखिला लेने वाले अभ्यर्थियों को 11 जनवरी से पहले-पहले अपने दस्तावेजों का मूल्यांकन करा लें, नहीं तो उनके दाखिले भी रद हो सकते हैं।
संस्थान की अधिकृत जानकारी के अनुसार 16 जनवरी तक अभ्यर्थियों को अपना मेरिट कार्ड, मूल प्रमाण तथा दाखिला फीस (आनलाइन या नकद जमा करवाने) हेतु संस्थान में रिपोर्ट करेंगे। नया आवेदन करने तथा मेरिट कार्ड डाउनलोड करने के लिए अभ्यर्थियों को विभागीय काउंसिलिग वेबसाइट www.द्बह्लद्बद्धड्डह्म4ड्डठ्ठड्ड.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर आवेदन करना होगा। संस्थान के प्रवक्ता के अनुसार दाखिले की सारी प्रक्रिया पूर्व की भांति चलेगी। बता दें जिले की चार राजकीय आइटीआइ में 137 सीटें रिक्त हैं। जिले की आइटीआइ में खाली सीटों की यह है स्थिति :
संस्थान कुल सीटें रिक्त सीटें
पलवल 664 69
हथीन 488 43
कुशक 192 25
दीघोट 44 00 दाखिले के लिए इच्छुक छात्र-छात्राओं के लिए यह एक सुनहरा मौका है। निदेशालय से बार-बार अनुरोध करने के बाद विभाग ने दाखिले के लिए अंतिम मौका दिया है। विशेष बात यह है कि शैक्षणिक सत्र 2021 जो कि आधे के करीब पूरा भी हो चुका है, अभ्यर्थी इसका फायदा उठा सकते हैं।
- भगत सिंह, नोडल अधिकारी व प्रधानाचार्य आइटीआइ पलवल। बाक्स : 11 तक कराएं दस्तावेजों का मूल्यांकन, नहीं तो दाखिला रद :
आइटीआइ में दाखिला लेने के बाद अभी तक कुछ विद्यार्थियों ने अपने मूल दस्तावेजों का मूल्यांकन (वेरिफिकेशन) नहीं कराया है। आइटीआइ के प्रधानाचार्य भगत सिंह के अनुसार ऐसे विद्यार्थियों ने अगर 11 जनवरी तक मूल दस्तावेजों का मूल्यांकन नहीं कराया तो 12 जनवरी को उनका दाखिला आनलाइन रद हो जाएगा। इसके अलावा जो विद्यार्थी स्वेच्छा से अपना दाखिला संस्थान से कटवाना चाहते हैं, तो वह अपना आवेदन पत्र जमा करवा दें, वरना बाद में आवेदन मंजूर नहीं होंगे।
प्रधानाचार्य के अनुसार आइटीआइ पलवल में सात फीसद विद्यार्थियों ने अपने मूल दस्तावेज का मूल्यांकन नहीं कराया है। भगत सिंह ने बताया है कि 50 फीसद विद्यार्थियों के साथ कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं तथा आनलाइन पाठ्यक्रम सामग्री हर रोज भेजी जा रही हैं।