होडल के बाजार में अतिक्रमणकारियों का कब्जा
नगर परिषद की चेतावनी का अतिक्रमणकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है।
संवाद सहयोगी, होडल : नगर परिषद की चेतावनी का अतिक्रमणकारियों पर कोई असर नहीं हो रहा है। दुकानों के आगे किए गए अतिक्रमण के कारण बाजार में 20 से 30 फुट के रास्ते मात्र तीन या चार फुट के होकर रह गए हैं, जिसके कारण ग्राहकों को आए दिन परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
अतिक्रमण के कारण बाजार में अक्सर जाम की स्थिति बनी रहती है। कई बार तो इस जाम को लेकर दुकानदार और ग्राहकों में कहासुनी भी हो जाती है। हालांकि बाजार में अतिक्रमण करने वालों को नगर परिषद द्वारा कई बार मुनादी के माध्यम से चेतावनी भी दी जा चुकी है, लेकिन उसके बावजूद भी बाजार में अतिक्रमण जारी है। शादियों के सीजन के दौरान तो स्थिति और भी अधिक बिगड़ जाती है। बाजार में लगने वाले इस जाम से निपटने के लिए विभिन्न सामाजिक संगठनों के पदाधिकारी भी अधिकारियों से मिल चुके हैं, लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हो सका है। 30 फुट की सड़क रही मात्र चार फुट:
पुरानी अनाज मंडी, गांधी चौक, ताली मंडी, गढिया बाजार, आर्य समाज रोड, जगजीवनराम चौक आदि बाजारों में दुकानदारों ने अपनी दुकानों के सामने तख्त आदि लगाकर अतिक्रमण किया हुआ है। कुछ दुकानदार तख्त व रेहड़ी आदि लगवाने की एवज में नकद भी वसूल करते हैं। बाजार में लगभग 20 से 30 पुट चौड़ाई की सड़क अतिक्रमण के कारण मात्र तीन से चार फुट तक सिकुड़कर रह गई है, जिसके कारण बाजार से निकलने वाले ग्राहकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है।
बाजार में अक्सर जाम लगा रहता है। जाम के कारण जब भी सामान लेने जाते हैं तो काफी समय खराब होता है। जाम के मामले से कई बार विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है लेकिन समस्या का कोई समाधान नहीं हो पा रहा है।
- सुभाष रंगा, अधिवक्ता जाम को लेकर शहर के सामाजिक संगठनों द्वारा इस मामले को कई बार प्रशासनिक अधिकारियों के समक्ष उठाया गया है, लेकिन समस्या ज्यों कि त्यों बनी हुई है। शादियों के सीजन में तो बाजार से पैदल निकलना भी मुश्किल हो जाता है।
- जयदेव गर्ग, व्यापारी बाजार में होने वाले अतिक्रमण को हटाने के लिए परिषद द्वारा समय-समय पर मुनादी के माध्यम से चेतावनी जारी की जाती है। अब परिषद द्वारा बाजार में अतिक्रमण करने वालों की वीडियोग्राफी कराई जाएगी, जिसके बाद उनके खिलाफ पालिका एक्ट के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
- मानेंद्र सिंह, कार्यकारी अधिकारी नप