गिनती के इंतजार में हैं ईवीएम में बंद पार्षदों के वोट
करीब सवा साल से स्थाई चेयरमैन का इंतजार कर रही होडल नगर परिषद का इंतजार अभी खत्म नहीं हुआ है।
संजय मग्गू, होडल: ( पलवल)
करीब सवा साल से स्थाई चेयरमैन का इंतजार कर रही होडल नगर परिषद का इंतजार अभी खत्म नहीं हुआ है। हालांकि सुरक्षा व भारी गहमागहमी के बीच 16 अक्टूबर को बहुचर्चित व बहुप्रतीक्षित चुनाव मतदान तो हो गया, लेकिन ईवीएम में बंद पार्षदों व सदस्यों के वोटों को अभी गिनती का इंतजार है।
उच्च न्यायालय ने चुनाव कराए जाने की तो अनुमति दे दी थी, लेकिन मतगणना के लिए अभी आदेश का इंतजार है, जिसमें 15 दिसंबर की तारीख लगी हुई है।
हालांकि चुनाव के समय दावा किया गया था कि उच्च न्यायालय से जल्दी सुनवाई की तारीख ले ली जाएगी, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते यह संभव नहीं हो सका। बता दें करीब 15 माह पूर्व तत्कालीन चेयरमैन राजगोपाल को अविश्वास प्रस्ताव से हटाए जाने के बाद से नगर परिषद की कमान बतौर कार्यकारी चेयरमैन उपाध्यक्ष आशा रानी तायल संभाले हुए थीं।
ईवीएम से हुए चुनाव के लिए भाजपा की तरफ से पार्षद सुषमा तथा विपक्ष की तरफ से राजगोपाल चेयरमैन पद के प्रत्याशी रहे थे। मतदान के बाद ईवीएम को सील करके पलवल के खजाने में रखवाया गया था व उच्च न्यायालय के आदेश के बाद ईवीएम में पड़े मतों की गिनती की जाएगी। बाक्स : उच्च न्यायालय में राजगोपाल ने दी हुई है चुनौती
होडल नगर परिषद में 27 अगस्त 2019 को अविश्वास प्रस्ताव से तत्कालीन चेरयमैन को हटाया गया था। अपने खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव के दौरान हटाए जाने के तरीके को राजगोपाल ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी हुई थी, जिसमें अंतिम बहस के लिए 15 दिसंबर 2020 की तारीख लगी हुई है।
इसी बीच न्यायालय में नप के चेयरमैन पद के चुनाव कराने के लिए अपील की गई थी, जिस पर राजगोपाल की तरफ से आपत्ति नहीं की गई थी। उसके बाद न्यायालय ने चुनाव करा लेने लेकिन मतों की गिनती न कराने के आदेश दिए थे। चुनाव के बाद मतों की गिनती पर रोक अदालती प्रक्रिया के चलते लगी हुई है। हालांकि प्रयास किए गए कि जल्दी मतगणना की कोई बात बन जाए, लेकिन अभी तक कोई बात नहीं बन पाई है। अब 15 दिसंबर का इंतजार है। पार्षदों व भाजपा नेतृत्व के सहयोग से मेरी जीत निश्चित है।
- सुषमा, चेयरमैन प्रत्याशी मुझे पहले भी जबरदस्ती व धोखे से हटाया गया था। चुनाव परिणाम में निश्चित रूप से मेरी जीत होगी। वोटिग के बाद से ही प्रयासरत हैं कि मतों की गिनती जल्दी हो जाए, लेकिन कोरोना संक्रमण के चलते बात नहीं बन पाई। अपने वकीलों से संपर्क में हूं तथा कोशिश में हूं कि अगले सप्ताह अदालत में पुन: अपील करें।
- राजगोपाल, पूर्व चेयरमैन व वर्तमान प्रत्याशी मतदान के बाद ईवीएम को सुरक्षित पलवल के खजाने (ट्रेजरी) में रखवाया गया था। अभी उच्च न्यायालय द्वारा मतगणना पर रोक लगाई गई थी, तो मतों गिनती नहीं कराई गई। जैसे ही उच्च न्यायालय के आदेश मिलेंगे मतगणना करा दी जाएगी।
- संदीप अग्रवाल, एसडीएम व चुनाव अधिकारी