शराब लदी हरियाणा के एसएसपी की जब्त कार तीन साल पहले हुई थी नीलाम
जागरण संवाददाता अरवल बिहार में जहानाबाद के पड़ोसी जिले अरवल के मेहंदीया थाना अंतर्गत वालिदाद
जागरण संवाददाता, अरवल: बिहार में जहानाबाद के पड़ोसी जिले अरवल के मेहंदीया थाना अंतर्गत वालिदाद कब्रिस्तान के समीप एनएच-139 से बीते शनिवार को पकड़ी गई शराब लदी स्विफ्ट डिजायर कार का सच सामने आ गया है। हरियाणा के पलवल के एसएसपी के नाम से रजिस्टर्ड कार (एचआर-30के-0111) तीन साल पहले नीलामी में बेची जा चुकी है। इसे हरियाणा के खासी के प्रेम सिंह के पुत्र अमित कुमार सिंह ने नीलामी में बोली लगाकर एक लाख 42 हजार रुपये में खरीदी थी। तीन साल गुजर जाने के बाद भी परिवहन विभाग कार का नंबर वर्तमान आनर के नाम पर रजिस्टर्ड नहीं कर पाया और ना ही आनर ने इसकी जहमत उठाई।
पुलिस के अनुसार शायद, उसकी मंशा शुरू से ही कार से शराब तस्करी करने की रही होगी। पुलिस सरगर्मी से उसकी तलाश कर रही है। कार मालिक के खिलाफ मेहंदीया थाने में केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने हरियाणा पुलिस से संपर्क साधा है। हरियाणा परिवहन विभाग की लापरवाही के कारण बिहार से लेकर हरियाणा तक की पुलिस इस मामले में 24 घटे तक हलकान रही। 20 फरवरी 2019 को हुई थी नीलामी:
अरवल के एसपी राजीव रंजन ने रविवार को बताया कि अनुसंधान में पाया गया कि शराब लदी कार एसएसपी पलवल (हरियाणा) के नाम पर रजिस्टर्ड थी। जब पलवल एसएसपी से मोबाइल पर संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि 20 फरवरी, 2019 को पलवल के उपायुक्त के आदेश पर पुलिस विभाग के कुल 45 खटारा वाहनों की नीलामी की गई थी, जिसमें एक कार स्विफ्ट डिजायर भी थी। हरियाणा के खासी निवासी व्यक्ति ने च्यादा बोली लगाकर कार को एक लाख 42 हजार रुपये में खरीदा था। पलवल के एसएसपी ने आश्वासन दिया कि शीघ्र ही कार मालिक और शराब तस्कर को गिरफ्तार कर अरवल पुलिस के सुपुर्द कर दिया जाएगा।
बता दें कि शुक्रवार रात मेहंदीया थाना अंतर्गत वालिदाद कब्रिस्तान के समीप एनएच-139 पर शराब से लदी सफेद रंग की स्विफ्ट डिजायर कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। दुर्घटना के बाद कार सवार लोग गाड़ी छोड़कर भाग निकले थे। आसपास के लोगों ने इसकी सूचना मेहंदिया थाने की पुलिस को दी। पुलिस ने कार जब्त कर छानबीन शुरू की तो पता चला कि कार का नंबर हरियाणा के पलवल के एसएसपी के नाम पर दर्ज है। कार से पुलिस ने 301 लीटर विदेशी शराब बरामद किया था।