बिजली कर्मचारियों ने किया प्रदर्शन, सौंपा ज्ञापन
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा अपनी मांगों को लेकर सोमवार को प्रदर्शन किया गया तथा एसडीओ सुमेर सिंह रावत को ज्ञापन सौंपा गया।
जागरण संवाददाता, पलवल: विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति द्वारा अपनी मांगों को लेकर सोमवार को प्रदर्शन किया गया तथा एसडीओ सुमेर सिंह रावत को ज्ञापन सौंपा गया। धरना-प्रदर्शन की अध्यक्षता संयुक्त रूप से सब यूनिट प्रधान मनफूल डागर व दीना बत्रा ने की तथा संचालन सचिव जोगिद्र सिंह ने किया।
ज्ञापन में बिजली कर्मचारियों के संघर्ष का असंवैधानिक दमन करने, बिजली को निजी कंपनियों को देने के विरोध, संघर्ष समिति से बातचीत करने, मांगों का समाधान करने के लिए सहित और भी कई मांगें की गईं।
प्रदर्शन के दौरान यूनियन के राज्य कमेटी सदस्य जितेंद्र तेवतिया व सर्कल सचिव राजेश शर्मा ने बताया कि उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारियों के 18 संगठनों के द्वारा संयुक्त संघर्ष समिति गठित करके बिजली का निजीकरण करके निजी कंपनियों को दिए जाने के विरोध में आंदोलन किया जा रहा है। आंदोलन को करीब एक महीना हो गया है, लेकिन उप्र की सरकार द्वारा अभी तक संघर्ष समिति से कोई बातचीत नहीं की गई है, उल्टा कर्मचारी नेताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है। शांति पूर्ण तरीके से किए जा रहे आंदोलन को दबाकर लोकतंत्र का दमन करने के लिए सेना का सहारा लिया जा रहा है।
कर्मचारी नेताओं ने बताया कि बिजली क्षेत्र एक अति महत्वपूर्ण क्षेत्र है। औद्योगिक विकास से लेकर अन्न उत्पादन तक हर तरह के विकास के लिए बिजली अति आवश्यक है, जबकि निजी क्षेत्र किसी भी तरह से जनहित में कार्य नहीं करता। बिजली क्षेत्र का निजीकरण देश की संप्रभुता के लिए हानिकारक है। इसलिए उत्तर प्रदेश के बिजली कर्मचारी प्रदर्शन कर रहे हैं। इस मौके पर यूनिट प्रधान राजकुमार डागर, सचिव सरजीत सिंह, योगेश कुमार, नरेश शर्मा, जितेंद्र कुमार, मोहन लाल, जितेंद्र जेई, वेदपाल तेवतिया ने संबोधित किया।