चार माडल स्कूलों को मिली सीबीएसई से मान्यता
जिले को मिले पांच में से चार राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से मान्यता मिल गई है।
जागरण संवाददाता, पलवल : जिले को मिले पांच में से चार राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालयों को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से मान्यता मिल गई है। केवल हथीन का राजकीय स्कूल ही बचा है, जिसको सीबीएसई से मान्यता मिलनी बाकी है। उम्मीद है इसी माह इस स्कूल को भी मान्यता मिल जाएगी। शिक्षा विभाग को अब सीबीएसई से दाखिले का शेड्यूल जारी होने का इंतजार है। इसके अलावा प्रत्येक स्कूल में विद्यार्थियों के लिए 20-20 टैबलेट और डिजिटल भी आ चुके हैं। साथ ही डिजिटल ब्लैकबोर्ड भी आ चुके हैं। सरकार ने पृथला, बड़ौली, हथीन, होडल और धतीर के राजकीय सीनियर सेकेंडरी स्कूलों को माडल संस्कृति स्कूलों का दर्जा दिया था।
निजी स्कूलों के विकल्प के रूप में सरकार जिले में माडल स्कूल खोल रही है। इनमें पहली से 12वीं कक्षा तक के बच्चों को अंग्रेजी में ही पढ़ाया जाएगा। इतना ही नहीं इन स्कूलों में रखने के लिए प्रधानाचार्य व शिक्षकों की स्क्रीनिग चल रही है। ताकि यह पता चल सके कि कौन अंग्रेजी माध्यम में पढ़ाई करवा सकता है। इसके लिए शिक्षा विभाग ने सरकारी स्कूलों के शिक्षकों का चयन कर लिया है। इन स्कूलों से विद्यार्थियों को यह अवसर मिलेगा कि वो भी सरकारी स्कूल में सीबीएसई से पढ़ाई कर सकेंगे।
इन स्कूलों में फिजिक्स, बायोलाजी, मैथ, कंप्यूटर व कैमिस्ट्री की लैब बनेंगी। स्विमिग पूल, स्केटिंग रिंग, बास्केटबाल, डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जाएंगी। अग्निशमन उपकरण, सीसीटीवी, सौर ऊर्जा पैनल और भूनिर्माण जैसी बुनियादी सुविधाओं के अलावा यह सभी संस्कृति माडल स्कूल छात्रों के लिए डिजिटल सुविधाओं जैसे डिजिटल कक्षा, प्रोजेक्टर, इंटरेक्टिव व्हाइटबोर्ड, एलसीडी, डिजिटल पोडियम, क्लाउड आधारित ई-लर्निंग पहल, वाई-फाई और बायोमेट्रिक अटेंडेंस सिस्टम से लैस होंगे। पांच में से चार स्कूलों को सीबीएसई से मान्यता मिल गई है। इन स्कूलों के बाहर माडल संस्कृति के बोर्ड भी लग चुके हैं। प्रधानाचार्य और शिक्षिकों की चयन प्रक्रिया चल रही है। सीबीएसई से दाखिला शिड्यूल मिलते ही विद्यार्थियों के दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी।
- सुखबीर सिंह, खंड शिक्षा अधिकारी, पलवल